मंदसौर संसदीय सीट से सांसद सुधीर गुप्ता को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाने की घोषणा होने पर नीमच से भाजपा विधायक दिलीप सिंह परिहार और नगर पालिका अध्यक्ष राकेश जैन को बिना इजाजत जुलूस निकालना महंगा पड़ गया। उन्हें आचार संहिता का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार करके सत्र एवं जिला न्यायालय (सीजेएम) के सामने पेश किया गया।
अदालत ने उन्हें 5 अप्रैल तक के लिए कनावटी जेल भेज दिया है। उनके तीन साथियों को जमानत और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। 26 मार्च को सांसद गुप्ता का मंदसौर लोकसभा से टिकट पक्का होते ही रात में भाजपा और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बिना इजाजत वाहन रैली निकाली।
कैंट पुलिस ने इस घटना पर संज्ञान लिया। 27 मार्च को विधायक, नगर पालिका अध्यक्ष सहित भाजपा नेता संतोष चोपड़ा, जीतू तलरेजा, आयुष कोठारी पर आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया। गुरुवार को पांचों गिरफ्तार भाजपा नेताओं को सीजेएम नीरज मालवीय की अदालत में पेश किया गया।
संबंधित पक्षों के वकीलों की दलील सुनने और पुराने रिकॉर्ड को देखा गया। एक से ज्यादा बार आचार संहिता का उल्लंघन करने पर विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष को 5 अप्रैल तक के लिए जेल भेज दिया गया।
बाकी के तीन आरोपियों को 10-10 हजार रुपये के मुचलके पर छोड़ दिया गया। भाजपा नेताओं के वकील का कहना है कि सेशंस अदालत में जमानत का आवेदन दिया गया है। इसपर शुक्रवार को सुनवाई होगी।