श्रीलंका में बिजली संकट की समस्या दूर करने की दरख्वास्त लेकर अधिकारी बृहस्पतिवार को बुद्ध की शरण में पहुंचे। दरअसल, बिजली संकट से निपटने के लिए देश में बिजली मुहैया कराने वाली सरकारी कंपनी ने ईश्वरीय शक्तियों का आह्वान किया है। कंपनी ने देश के उत्तरी हिस्से के उस पेड़ में पवित्र जल अर्पण करने के लिए अधिकारियों को भेजा जो बौद्धों के लिए पवित्र माना जाता है।
बिजली आपूर्तिकर्ता सिलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने कहा है कि श्री महाबोधि वृक्ष की पूर्जा अर्चना की जाएगी। यह पेड़ अनुराधापुर में है और देश के बौद्धों की इसमें असीम श्रद्धा है। बौद्ध भिक्षुओं का आशीर्वाद लेकर जल पात्रों को बोधि भेजा गया है। इसके बारे में माना जाता है कि यह पेड़ उस विशाल पेड़ का हिस्सा है जिसके नीचे करीब 2500 साल पहले भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। सिलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि बोधि के निकट पूजा अर्चना की जाएगी और पूरी रात चलने वाले धार्मिक कार्यक्त्रस्मों के बाद शुक्त्रस्वार को बौद्ध भिक्षुओं को भोजन कराया जाएगा।
ईंधन की हो रही जमाखोरी
श्रीलंका में सूखे के कारण जल विद्युत उत्पादन प्रभावित हुआ है। देश में पूरे हफ्ते बिजली का संकट बरकरार रहा। लंबे समय तक बिजली संकट की आशंका को देखते हुए कुछ व्यावसायिक प्रतिष्ठान जेनरेटर के लिए ईंधन की जमाखोरी कर रहे हैं। गर्मी से बचने के लिए लोग घरों से बाहर सो रहे हैं।