कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने Lok Sabha Election 2019 के तहत उत्तर प्रदेश की कमान अब अपने हाथ में ले ली है। वह जगह-जगह जाकर रोड शो कर रही हैं। प्रियंका गांधी अपनी मां और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली में आज (गुरुवार) म ें बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं से भुएमऊ गेस्ट हाउस में मिलना शुरू कर दिया है । उनसे मिलने के लिए सुबह से ही कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड पड़ा। सुबह से प्रतिनिधि मंडलों से मिलने मिलाने का सिलसिला जारी है। प्रियंका गांधी एक-एक विधानसभा क्षेत्र के बूथ स्तरीय चुनावी तैयारियों की हकीकत जांचेंगी। 29 मार्च की सुबह तक वह रुकेंगी।
कार्यकताओं का हुजूम उमड़ पड़ा
प्रियंका गांधी से ि मलने के लिए रायबरेली के भूएमऊ गेस्ट हाउस के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हुजूम उमड़ पड़ा। सुबह से ही कार्यकर्ताओं का तांता गेट के बाहर लगने लगा। वहीं आम कार्यकर्ताओं को भी अभी एंट्री नहीं दी जा रही है। सिर्फ प्रतिनिधिमंडल सामाजिक संगठन के लोग अंदर जा रहे है। सबको उनके नाम से पुकारा जा रहा है। जिसके हिसाब से लोग अंदर भेजे जा रहे हैं।
भीड़ ने व्यवस्था की छिन्न-भिन्न
कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर। बाहर रेला लगा जबकि अंदर जाने की जी तोड़ कोशिश के बाद भी कार्यकर्ता हो रहे निराश एसपीजी जबरिया घुसने वालों को कई बार उठाकर बाहर किया।
भाई के संसदीय क्षेत्र में गरजी थी प्रियंका
बता दें, बीते दिन यानी 27 मार्च को प्रियंका गांधी अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र अमेठी के दौरे पर रहीं। यहां ‘मेरा बूथ मेरा गौरव’ कार्यक्रम के तहत 1956 बूथों के कार्यकर्ताओं के साथ चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान कार्यकर्ताओं को गुरुमंत्र भी दिए। इस दौरान प्रियंका ने कहा कि किसानों का कर्जा माफ होंगा। मध्यप्रदेश, राजस्थान में दस दिन में कर्जमाफी की घोषणा कर थी। वैसे ही न्याय स्कीम भी सभी को मिलेगी। कांग्रेस कभी धोखा नहीं करती है। जो कहती है वो करती है।
हिंदू युवा वाहिनी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुआ था टकराव
बता दें, प्रियंका गांधी वाड्रा यूं तो लोकसभा चुनाव में अपनी मां सोनिया गांधी के प्रचार प्रसार में आती रही हैं। वह अभी तक यहां संगठन प्रभारी का दायित्व निभा रही थीं। इधर, राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी की जिम्मेदारी मिलने के बाद वह लखनऊ व प्रयागराज से वाराणसी तक का सफर तय कर चुकी हैं। इन जिलों में रोड शो व गंगा यात्र भी उनकी चर्चा में रही। प्रयागराज जाते समय 17 मार्च को वह रायबरेली से देर रात गुजरी थी, उसी दौरान सिविल लाइंस पर हिंदू युवा वाहिनी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में टकराव भी हुआ था। हालांकि वह प्रियंका की रायबरेली यात्र नहीं थी। विशुद्ध रूप से बुधवार की रात वह नए दायित्वों के साथ पहली बार जिले में रुकने आ रही हैं।
29 मार्च को अयोध्या में
गौरलतब हो कि प्रियंका गांधी का काफिला शुक्रवार यानी 29 मार्च को अयोध्या पहुंचेगा।