रोटी नहीं मिली तो क्या हुआ, डबल रोटी ले आओ।
नौकरी नहीं मिली तो क्या हुआ, नेता बन जाओ।
खाओगे डबल रोटी तो, रोटी फीकी लगेगी।
बन जाओगे नेता तो, नौकरी छोटी लगेगी।
कर ली यदि नौकरी तो, नौकर ही कहलाओगे।
यदि बन गये नेता तो, माननीय कहलाओगे।
नौकरी में कर लो कितनी मेहनत, संतरी ही कहलाओगे।
नेता बनकर यदि कर ली थोड़ी मेहनत, तो मंत्री कहलाओगे।
यदि बन गये मन्त्री तो, मदारी भी मात खा जायेगा।
वह तो नचाता एक बन्दर, तुम तो पूरा देश नचाओगे।
नाचता है बन्दर, और कमाई खाता है मदारी।
उसी तरह नाचेगा देश, और कमाई तुम खाओगे।
यदि इतने से भी काम न चले, तो पूरा देश बेच खाओ।
रोटी नहीं मिली तो क्या हुआ, डबल रोटी ले आओ।
और इतने से भी न भरे पेट, तो पूरा देश बेच खाओ।
पूरा देश बेच खाओ………………….!