मुख्य चिकित्साधिकारी डा रमेश चन्द्र ने आयुष्मान योजना अंतर्गत गोल्डन कार्ड के लिए चिन्हित परिवार से अपील कि वे अपना एवं अपने परिवार के सदस्यों का गोल्डेन कार्ड अनिवार्य रूप से बनवा लें। गोल्डेन कार्ड बनाने की सुविधा जनपद के जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, निजी चिकित्सालय में- हिन्द मेडिकल कालेज, मेवा मेडिकल कालेज, आस्था हास्पिटल, आहुजा नर्सिग होम, जय नर्सिंग होम, कृष्णा मैटरनिटी हास्पिटल, रामसनेही घाट में आकांक्षा नर्सिंग होम समेंत अन्य सरकारी अस्पतालों पर निशुल्क व जनसेवा केन्द्रों पर निर्धारित 30 रूपया शुल्क लेकर गोल्डन कार्ड बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गोल्डेन कार्ड बनवाने हेतु प्रधानमन्त्री पत्र, राशन कार्ड एवं आधार कार्ड की आवश्यकता होती है। इन अभिलेखों के साथ किसी भी जनसेवा केंद्र अथवा चिन्हित सभी सरकारी चिकित्सालय से गोल्डेन कार्ड बनवाया जा सकता है।
आयुष्मान योजना के तहत 1017 मरीजों का इलाज, बने 31 हजार गोल्डन कार्ड
बाराबंकी : अमीर हो या गरीब हर किसी को एक समान सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जनपद में आयुष्मान भारत योजना सक्रिय है। सामाजिक, आर्थिक एवं जातिगत जनगणना 2011 में आच्छादित परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु आयुष्मान भारत योजना लागू की गयी है। यह जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डी के श्रीवास्तव ने बताया कि स्थानीय जनपद में इस योजना के तहत कुल 2 लाख 42 हजार परिवारों को चिन्हित किया गया है। योजना से लाभान्वित होने वाले परिवारों में करीब 31 हजार लोगों का गोल्डन कार्ड बन चुका हैं। जिसके तहत अब तक जिले के 1 हजार 17 मरीजों का इलाज मिला है।