अफगानिस्तान में एक आत्मघाती हमलावर ने उस स्थान पर विस्फोट कर खुद को उड़ा लिया, जहां ज्यादातर तालिबान लड़ाके तीन दिनों के संघर्ष विराम के दौरान ईद मनाने के लिए एकत्र हुए थे. इस घटना में 26 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 अन्य घायल हो गए.
पूर्वी नांगरहार प्रांत के पुलिस प्रमुख गुलाम सानयी स्तानिकजई ने बताया कि मारे गए और घायल हुए ज्यादातर लोग तालिबान के समझे जा रहे हैं. बहरहाल, प्रांत के रोदात जिले में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी अब तक किसी ने नहीं ली है. हालांकि, आईएस से संबद्ध संगठन ने संघर्ष विराम पर हस्ताक्षर नहीं किया था और उसके इलाके में अच्छी खासी मौजूदगी भी है. दरअसल, घटना के वक्त निहत्थे तालिबान लड़ाके अफगान सुरक्षा बलों के साथ ईद मना रहे थे.
घटना के कुछ ही घंटों के अंदर राष्ट्रपति अशरफ गनी ने संघर्ष विराम आगे बढ़ाने की घोषणा की. इसकी अवधि कल खत्म हो रही थी. उन्होंने पिछले हफ्ते इसकी एकतरफा घोषणा की थी. वहीं, तालिबान के नेता हैबुतुल्ला अखुनजदा ने ईद मनाने के लिए सोमवार को अलग से तीन दिनों के संघर्ष विराम की घोषणा की थी. तालिबान का संघर्ष विराम गुरुवार की मध्य रात्रि से प्रभावी हुआ था. इससे पहले दिन में अखुनजदा ने कहा था कि वह अफगान सरकार के साथ बातचीत में शामिल होने से पहले अमेरिका के साथ प्रत्यक्ष वार्ता करना चाहते हैं
वहीं, गनी की ताजा पेशकश पर तालिबान की फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. इस बीच, अफगानिस्तान की उच्च शांति परिषद के उप प्रमुख अता उल रहमान सलीम ने कहा कि देश भर से तालिबान लड़ाके अपने परिवार से मिलने के लिए सरकार नियंत्रित इलाकों में घुस रहे हैं और उनका सरकारी सुरक्षा बल स्वागत कर रहे हैं.