आप सभी को बता दें कि हर साल आने वाली संकष्टी चतुर्थी आज यानी 23 मार्च को है. इस दिन गणेश जी का पूजन होता है. कहते हैं गणेश चतुर्थी के दिन सकट चौथ का व्रत मनाने की परंपरा काफी समय से चली आ रही है. ऐसे में हिंदू पंचाग के अनुसार ये संकष्टी हर माह कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष के चौथे दिन आती है और पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में महिलाएं इस पर्व को पूरे रीति-रिवाज के साथ मनाने के लिए तैयार रहती हैं. कहते हैं इस दिन यानी सकट चौथ व्रत के दिन संतान की लंबी आयु हेतु इस व्रत को किया जाता है और कृष्ण की सलाह पर धर्मराज युधिष्ठिर ने इस व्रत को किया था. आप सभी को आज हम बताने जा रहे हैं इस व्रत का शुभ मुहूर्त.
शुभ मुहूर्त – ज्योतिषों के अनुसार पूजा का शुभ मुहूर्त रात 9 बजकर 22 मिनट के बाद शुरु होगा और चांद देखने के बाद ही व्रत खोला जाएगा. इसी के साथ शाम के समय व्रत करने वाले लोग अवश्य ही संकष्टी व्रत कथा का पाठ करें. ध्यान रहे कि इस पूजा को शुभ मुहूर्त में करें में करने से लाभ प्राप्त होता है इस कारण कोई भी भूल ना करें.
ध्यान रखे कि भगवान गणेश का पूजन करते समय पूर्व दिशा या उत्तर दिशा की ओर अपना मुख रखना चाहिए और पूजा में गुड़, तिल, गन्ने और मूली का उपयोग करना चाहिए तो ही लाभ होता है. कहते हैं इस उत्सव को वक्रतुण्डी चतुर्थी, माघी चौथ अथवा तिलकुटा चौथ के नाम से भी पुकारा जाता है.