बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की दिल्ली में हुई बैठक में बिहार की 17 सीटों के प्रत्याशी तय कर दिए गए। प्रत्याशियों के नामों की अधिकारिक घोषणा बाद में होगी। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री व नवादा के सांसद गिरिराज सिंह का क्षेत्र बदलकर बेगूसराय कर दिया गया है। इधर सीट बदले जाने को लेकर गिरिराज सिंह ने नाराजगी जतायी है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह नवादा के बदले बेगूसराय से प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भाजपा प्रदेश नेतृत्व से नाराज बताए जा रहे हैं। बताया जाता है कि उनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि अगर भूमिहार के नाते उन्हें बेगूसराय भेजा जा रहा है, तो हिंदू के नाते उन्हें अररिया से ही प्रत्याशी क्यों नहीं बनाया गया?
रविशंकर प्रसाद पहली बार लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
बता दें कि बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में बिहार की 17 सीटों के प्रत्याशी तय कर दिए गए। इस सूची में सिर्फ दो नए चेहरे को मौका दिया गया है। पटना साहिब सीट से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को प्रत्याशी बनाया गया है। वह पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। रविशंकर प्रसाद वर्ष 2000 से लगातार चार बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं।
गोपाल जी ठाकुर भी लोकसभा चुनाव में पहली बार बने हैं प्रत्याशी
इसी तरह दरभंगा सीट से गोपाल जी ठाकुर को प्रत्याशी बनाया गया है। वह 2010 में बेनीपुर विधानसभा से एक बार चुने गए थे, लेकिन लोकसभा के लिए पहली बार उन्हें मौका मिला है। अररिया से प्रदीप सिंह को एक बार फिर से मौका मिला है। प्रदीप सिंह अक्टूबर 2017 में तस्लीमुद्दीन के निधन से रिक्त हुई सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी थे, पर चुनाव हार गए थे। पार्टी एक बार फिर से उन्हें प्रत्याशी बनाया है। बताया जाता है कि इस सीट के लिए पैनल में पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन का भी नाम था।
हुकुमदेव नारायण यादव के बेटे को मिला मौका
अन्य 14 सीटों पर केंद्रीय मंत्री और सीटिंग सांसदों को ही उनकी पुरानी सीटों पर फिर से प्रत्याशी बनाया गया है। अपवाद स्वरूप केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को नवादा के बदले बेगूसराय से प्रत्याशी बनाया गया है। नवादा की सीट लोजपा के कोटे में चले जाने के कारण गिरिराज सिंह का क्षेत्र बदला गया है। मधुबनी के सीटिंग सांसद हुकुमदेव नारायण यादव ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया था, इसलिए मधुबनी से उनके पुत्र और पूर्व विधायक अशोक यादव को प्रत्याशी बनाया गया है।
भाजपा के प्रत्याशी
1. पश्चिमी चंपारण: डॉ. संजय जायसवाल
2. पूर्वी चंपारण : राधामोहन सिंह
3. शिवहर : रमा देवी
4. मधुबनी : अशोक यादव
5. मुजफ्फरपुर : अजय निषाद
6. उजियारपुर : नित्यानंद राय
7. दरभंगा : गोपाल जी ठाकुर
8. अररिया: प्रदीप सिंह
9. बेगूसराय : गिरिराज सिंह
10. महाराजगंज : जनार्दन प्रसाद सिग्रीवाल
11. सारण: राजीव प्रताप रूडी
12. पटना साहिब : रविशंकर प्रसाद
13. पाटलिपुत्र : रामकृपाल यादव
14. आरा : राज कुमार सिंह
15. बक्सर : अश्विनी कुमार चौबे
16. सासाराम: छेदी पासवान
17. औरंगाबाद: सुशील सिंह