भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दो दिवसीय मालदीव दौरा रविवार से शुरू हो रहा है। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार जब से सत्ता में आई है, उसके बाद भारत और आइलैंड देश के पहली द्विपक्षीय यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि सुषमा स्वराज के इस दौरे का उद्देश्य दोनों देशों के बीच ‘घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण’ संबंधों को और मजबूत करना है। उन्होंने बताया, ‘भारत ने मालदीव के साथ अपने संबंधों को सबसे अधिक महत्व दिया है, जो विश्वास, पारदर्शिता, आपसी समझ और संवेदनशीलता को दर्शाता है।’
माले में सुषमा स्वराज की मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ द्विपक्षीय बैठक होगी और रक्षा मंत्री मरिया अहमद दीदी, वित्त मंत्री इब्राहिम आमेर, राष्ट्रीय योजना और अवसंरचना मंत्री मोहम्मद असलम, परिवहन और नागरिक उड्डयन मंत्री ऐश नाहुला और आर्थिक विकास मंत्री के साथ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता भी होगी।
विदेश सचिव विजय गोखले और कई वरिष्ठ अधिकारी यात्रा के दौरान सुषमा स्वराज के साथ जाएंगे। सुषमा स्वराज सोमवार को राष्ट्रपति सोलिह और रविवार को संसद के स्पीकर कासिम इब्राहिम से भी मुलाकात करेंगी। गृह राज्य मंत्री शेख इमरान अब्दुल्ला भी सुषमा स्वराज से मिलेंगे।
अधिकारियों ने कहा कि नई सरकार के पद संभालने के बाद यह भारत से मालदीव के लिए राजनीतिक स्तर पर पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए नवंबर में ही मालदीव का दौरा किया था और तब कोई ठोस चर्चा नहीं हुई थी।