कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस ने अन्याय का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि पार्टी ने उन्हें एर्नाकुलम सीट से उम्मीदवार बनाने से मना कर दिया है। पांच बार एर्नाकुलम लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। थॉमस ने कहा कि वह सार्वजनिक जीवन से सेवानिवृत्त नहीं हो रहे हैं और पार्टी द्वारा उनकी सेवाएं नहीं लेने की स्थिति में जल्द ही कोई निर्णय लेंगे।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल होंगे, ‘इस पर उन्होंने कहा कि मैंने ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया है। इस तरह का निर्णय लेने का फिलहाल समय नहीं है। मैं एक कांग्रेस परिवार में पैदा हुआ था।’ उन्होंने कहा, ‘मैं स्तब्ध और पीडि़त महसूस कर रहा हूं। मेरे साथ अन्याय हुआ है। मैं किसी समूह का हिस्सा नहीं हूं। मैं सक्रिय राजनीति में रहूंगा। मुझे नहीं पता कि मैंने क्या गलतियां की हैं। मैं अभी 72 साल का हूं, यह मेरी गलती नहीं है।’
उन्होंने कहा कि वह हमेशा यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के आभारी रहेंगे, जिन्होंने उन्हें यूपीए सरकार में मंत्री और एनडीए शासन के दौरान लोकलेखा समिति का अध्यक्ष बनाया। माकपा ने पूर्व राज्यसभा सांसद पी. राजीव को एर्नाकुलम लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है।
कांग्रेस ने शनिवार रात अपने 27 प्रत्याशियों की चौथी सूची जारी कर दी। इनमें 12 केरल, सात उत्तर प्रदेश, पांच छत्तीसगढ़, दो अरुणाचल प्रदेश और एक अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के उम्मीदवार थें। खास बात यह है कि पार्टी ने केरल की एर्नाकुलम सीट से वर्तमान सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री केवी थॉमस का टिकट काट दिया था। केवी थॉमस के स्थान पर एर्नाकुलम से वर्तमान विधायक हिबी ईडन को प्रत्याशी बनाया है।