सीएमएस गोमतीनगर में डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स
लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल, गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का भव्य आयोजन आज सी.एम.एस. गोमती नगर (द्वितीय कैम्पस) ऑडिटोरियम में उल्लासपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे लखनऊ के जिलाधिकारी श्री कौशल राज शर्मा, आई.ए.एस., ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का विधिवत शुभारम्भ किया। इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्य अतिथि कौशल राज शर्मा ने कहा कि अच्छे समाज की आधारशिला स्कूल में ही रखी जाती है, जहाँ भावी पीढ़ी को चारित्रिक व नैतिक गुणों के विकास के साथ ही अपनी क्षमता व प्रतिभा के विस्तार का भरपूर अवसर उपलब्ध होता है। बच्चों का उत्साहवर्धन करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि बचपन के दिन ही जीवन के सबसे सुखद क्षण होते हैं। इनमें बालक नई बातें सीखता है, जीवन मूल्यों से परिचित होता है व आगे आने वाले जीवन की मजबूत नींव रखता है। उन्होंने छात्रों से कहा कि वे जीवन के लिए बड़े लक्ष्य बनाएं एवं उसी के अनुसार अपनी सोच को भी विस्तृत व विश्वव्यापी बनाएं।
इस अवसर पर बोलते हुए सी.एम.एस. संस्थापक व प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि एक सामाजिक संस्था के रूप में स्कूल का उत्तरदायित्व सबसे अधिक महत्वपूर्ण एवं व्यापक है। यह समाज को मार्गदर्शन देने वाली ईश्वरीय प्रकाश से प्रकाशित सामाजिक संस्था है। अतः एक खुशहाल समाज के नव निर्माण हेतु स्कूलों द्वारा बालकों को भौतिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक तीनों प्रकार की संतुलित या उद्देश्यपूर्ण शिक्षा देनी चाहिए। सी.एम.एस. गोमती नगर (प्रथम कैम्पस) की प्रधानाचार्या श्रीमती आभा अनन्त ने कहा कि भौतिक ज्ञान के साथ-साथ आध्यात्मिक व नैतिक ज्ञान की शिक्षा ही छात्रों को ‘टोटल क्वालिटी पर्सन’ बना सकती है तथापि यही छात्र आगे चलकर सामाजिक उत्थान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
इसके अलावा, आज सी.एम.एस. कानपुर रोड कैम्पस द्वारा ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ का आयोजन बड़े ही उल्लासपूर्ण वातावरण में विद्यालय के ऑडिटोरियम में सम्पन्न हुआ। समारोह में छात्रों के दादा-दादी व नाना-नानी को विशेष रूप से आमन्त्रित किया गया था, जिन्होंने छात्रों का दिल खोलकर उत्साहवर्धन किया एवं विद्यालय द्वारा छात्रों के सर्वांगीण विकास के प्रयासों की भूरपूर प्रशंसा की। समारोह में विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरष्कृत कर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार, सी.एम.एस. इन्दिरा नगर कैम्पस के ‘डिवाइन एजुकेशन कान्फ्रेन्स’ में बोलते हुए प्रधानाचार्यारूचि भुवन जोशी ने कहा कि बालक के चरित्र निर्माण तथा बौद्धिक क्षमताओं के विकास की दोहरी जिम्मेदारी पूरे समाज की है जिसमें माता-पिता, दादा-दादी तथा पड़ोसी भी शामिल