गाजियाबाद : सपा-बसपा व रालोद गठबंधन ने गाजियाबाद में ब्राह्मण प्रत्याशी पर दांव खेला है। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक सुरेंद्र कुमार मुन्नी को सपा आलाकमान ने शुक्रवार को गाजियाबाद का गठबंधन लोकसभा प्रत्याशी घोषित किया है। सबसे पहले सपा गठबंधन का प्रत्याशी घोषित होने से अन्य दलों में खलबली मच गई। कयास लगाए जा रहे थे कि गठबंधन का प्रत्याशी ब्राह्मण ही होगा। ब्राह्मण कार्ड पर ही दांव लगाने की बातें भी चल रही थीं। इसी कड़ी में कांग्रेस भी लगातार ब्राह्मण कार्ड खोलने के प्रयास में थी। मगर इस मामले में सबसे पहले बाजी गठबंधन का प्रत्याशी घोषित कर समाजवादी पार्टी ने कर दी। गठबंधन का प्रत्याशी घोषित होने से अन्य दलों में भी खलबली का माहौल पैदा हो गया। क्योंकि अब सभी अन्य दल सोचने पर मजबूर हो गए कि किसको टिकट दिया जाए।
बहरहाल समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मुन्नी को लोकसभा प्रत्याशी घोषित होने के बाद सपा पदाधिकारियों कार्यकर्ताओं के अलावा गठबंधन के सभी नेताओं द्वारा कार्यालय पर खुशी का माहौल भी देखा जा सकता है। बता दें कि सुरेंद्र कुमार मुन्नी कांग्रेस के मजबूत नेता रहे हैं। वह एक बार कांग्रेस तो एक बार सपा के बैनर पर विधानसभा पहुंच चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भी मुन्नी कांग्रेस के मुरादनगर सीट से प्रत्याशी थे। हार के बाद उन्होंने दोबारा सपा जॉइन कर ली थी और तभी से जिलाध्यक्ष का पद सम्भाल रहे हैं। मुन्नी के अलावा सपा से मदन भैया और बसपा के अमरपाल शर्मा भी टिकट की दौड़ में शामिल थे।