लखनऊ : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रशासन ने गुरुवार को शोध को बढ़ावा देने के लिए इंट्रा म्यूरल रिसर्च फंड को प्रत्येक प्रोजेक्ट के लिए एक लाख के स्थान पर इसको बढ़ाकर 2.5 लाख प्रति प्रोजेक्ट कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त उच्च स्तरीय शोध के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया है। केजीएमयू के कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट ने बताया कि केजीएमयू में टीबी से संबंधित शोध कार्य में जो भी आवश्यकता होगी वह पूरी की जाएगी। उत्तर प्रदेश क्षय नियंत्रण टास्क फोर्स के चेयरमेन डाॅ सूर्यकांत ने बताया कि प्रदेश मेें टीबी के शोध को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक मेडिकल काॅलेज से टीबी से संबंधित थिसिस करने वाले पीजी छात्र को 30 हजार रुपये का बजट प्रदान किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मेडिकल काॅलेजों के चिकित्सा शिक्षकों के द्वारा टीबी से संबंधित रिसर्च प्रोजेक्ट को भी अनुदान प्रदान किया जाएगा। डाॅ. सूर्यकांत ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि राज्यस्तर पर दो लाख रुपये तक का बजट तथा जोन के स्तर पर पांच लाख रुपये तक का बजट टीबी के प्रत्येक रिसर्च प्रोजेक्ट केे लिए अनुदान के रूप में दिया जाएगा। पांच लाख रुपये से अधिक बजट वाले रिसर्च प्रोजेक्ट को क्षय नियंत्रण की नेशनल टास्क फोर्स को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।