प्रदेश के चार जिलों में आज ओले गिर सकते हैं। मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, नैनीताल और पिथौरागढ़ में ओले गिरने का अनुमान जताया है। वहीं आज दोहपर बाद राजधानी देहरादून में अचानक बादल छा गए और रुक-रुककर हल्की बारिश होती रही। जिससे एक बार फिर ठंड में इजाफा हो गया। इसके अलावा अन्य क्षेत्रों में भी हल्के बादल छाए रहे।
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि ज्यादातर इलाकों में गरज के साथ बूंदाबांदी होने के आसार हैं। विभाग की मानें तो मौसम का यह मिजाज मंगलवार को भी बना रहेगा। हालांकि 13 मार्च को राहत मिल सकती है, जबकि 14 मार्च को फिर उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है।
बर्फबारी का नया रिकॉर्ड बना
केदारनाथ-गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भी 8 से 10 फीट तक बर्फ मौजूद है, जिस पर आवाजाही संभव नहीं है। आपदा के बाद यह पहला मौका है, जब क्षेत्र में इस कदर बर्फबारी हुई है। समुद्रतल से 11500 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान आशुतोष के ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम में इस बार बर्फबारी का नया रिकॉर्ड बना है। यहां, दो माह में कुल 38 फीट तक बर्फ गिर चुकी है। खराब मौसम के कारण यहां डेढ़ माह से पुनर्निर्माण कार्य ठप पड़े हैं। पेयजल लाइनें बर्फ में दबी हैं, जिस कारण सप्लाई बंद है।
यमुनोत्री धाम में जानकीचट्टी से यमुनोत्री तक पांच किमी पैदल रास्ता बर्फ से पटा होने के कारण यहां निर्माण सामग्री पहुंचाने में दिक्कत आ रही हैं। हालांकि पुनर्निर्माण में विलंब और बीते साल की आपदा में क्षतिग्रस्त हुए गर्म कुंड की मरम्मत के लिए बजट उपलब्ध नहीं कराए जाने से तीर्थ पुरोहितों में रोष व्याप्त है।