कहा, कांग्रेस के खिलाफ मोदी-भाजपा कर रहे गलत प्रोपोगंडा
नई दिल्ली : मोदी सरकार ने पिछले पांच सालों में केवल बातें की हैं, कोई काम नहीं किया। न तो लोगों के बैंक खातों में 15 लाख रुपये पहुंचे, न ही युवाओं को हर साल 2 करोड़ रोजगार मिले, किसानों की आय को लेकर कोई ठोस काम भी नहीं हुआ, न महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की गई और न ही लोकपाल को लेकर कोई कदम उठाया गया। यही मुद्दे हैं जिन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार देश की जनता को जागरूक कर रहे हैं। आम चुनाव-2019 में कांग्रेस इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनाव समर में उतरेगी और 23 मई को देश के मतदाता की मन की बात सामने आ जाएगी, जब एक नई सरकार सुनिश्चित होगी। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए यह बातें कांग्रेस संगठन महासचिव वेणुगोपाल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नई दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में कही।
नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार में देश का लोकतंत्र खतरे में है। देश की संवैधानिक संस्थाएं लोकतांत्रिक तरीकेे से काम नहीं कर पा रहीं क्योंकि ये मौजूदा मोदी सरकार सभी पर गलत तरीके से दबाव बना रही है। देश में केवल नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ही दो लोग बचे हैं जो देश चला रहे हैं, जो भारत की लोकतांत्रिक संस्कृति के ख। यहां तक की भाजपा में भी आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है। कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या आज भी मोदी सरकार का कोई मंत्री उनके समीप खड़ा होने की हिम्मत कर सकता है? क्या देश मोदी-शाह और उनकी सरकार के कुछ मंत्रियों के अलावा किसी और को जानते हैं? ये कैसा लोकतंत्र है।
पुलवामा आतंकी हमला और भारतीय सेना की पाक स्थित आतंकी कैम्पों पर एयर स्ट्राइक को लेकर देश में बने माहौल पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा और मोदी ने देश में एक उग्र-राष्ट्रवाद का माहौल बना दिया है। आज हालात ऐसे बन गए हैं कि जो भाजपा और उनके राष्ट्रवाद के खिलाफ बोले, उसे देशद्रोही साबित कर दिया जाता है। कांग्रेस के खिलाफ भाजपा और मोदी इसी तरह का प्रोपोगंडा कर रहे हैं। कांग्रेस ने कभी देश की सेना और देश के जांबाज सैनिकों के शौर्य पर सवाल नहीं उठाए लेकिन भाजपा और मोदी मिलकर हमें बदनाम कर रहे हैं। यहां तक की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद खुद सामने आकर कहा था कि इस मुश्किल वक्त में कांग्रेस देशहित में सरकार के साथ है लेकिन क्या मोदी ने राहुल गांधी के उस कदम की सराहना की।