एक ओर जहां जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी युवाओं को आतंकवाद के दलदल में धकेलने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, हजारों युवा ऐसे हैं जो अलगाववादियों के मंसूबों पर पानी फेरने और आतंकवाद के सफाए के लिए तत्पर हैं। राज्य के विभिन्न कोनों से ऐसे ही 152 फौलादी जवान जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री में राइफलमैन बनकर शामिल हुए हैं।
शनिवार को पासिंग आउट परेड में इन युवाओं का जोश देखते ही बनता था। पासिंग आउट परेड के दौरान सीने में जोश और कड़क आवाज के साथ सभी ने सेना के कमांडर और अभिभावकों की उपस्थिति के मौजूदगी में आतंकवाद को खत्म करने के लिए शपथ ली और कहा कि अगर मौका मिला तो वे आतंकवाद के खात्मे के लिए काम करेंगे।
बैंड की धुन के बीच रेजीमेंट के गीत बलिदानम वीर लक्ष्यणम गाते हुए इन जवानों के चेहरों पर सेना में शामिल होने का जोश साफ नजर आ रहा था। सेना की 15 कोर के जीओसी ले.जनरल केजेएस ढिल्लों सहित जवानों के छह सौ परिजन भी इन यादगार लम्हों के गवाह बने।
वहीं, जवानों के अभिभावक भी अपने बेटों के सेना में शामिल होने पर काफी उत्साहित थे। उनका कहना था कि बच्चों को देश सेवा के लिए ही सेना में भेजा है। वर्दी में देख कर आज फक्र महसूस हो रहा है।
पासिंग आउट परेड में ले. जनरल केजेएस ढिल्लों ने साहिल शर्मा को शेर-ए-कश्मीर स्वार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया। साहिल को सर्वश्रेष्ठ रंगरूट घोषित किया गया। इसी तरह फायरिंग में अव्वल रहने पर अमित सिंह को छिवांग रिनचेन मेडल दिया गया।