– एक करोड़ 85 लाख रुपये लूटने का आरोप
– दो दारोगा समेत पांच पर एफआईआर
लखनऊ : यूपी पुलिस के जांबाजों ने गजब कारनामा कर दिया, जिनके ऊपर रक्षा की जिम्मेदारी होती है, उन्होंने ही करोड़ों रुपये लूट लिया। राजधानी के गोसाईगंज क्षेत्र में पुलिसकर्मियों ने कोयला व्यापारी और उसके साथियों को बंधक बनाकर डकैती डाली। रुपयों की चमक देखकर दो दारोगाओं ने अपना ईमान ताक पर रखकर एक मुखबिर की मदद से तीन करोड़ 38 लाख रुपए में से एक करोड़ 85 लाख रुपए गायब कर दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब एक मंत्री ने एसएसपी को फोन कर रुपयों के गायब होने की जानकारी दी। जिसके बाद एसएसपी ने एसपी ग्रामीण को मौके पर भेजकर जांच कराई तो सच्चाई सामने आई। जिसके बाद ओमेक्स रेजीडेंसी में छापेमारी के दौरान पकड़े गए कारोबारी से ही तहरीर लेकर दो दारोगा पवन मिश्रा, दारोगा आशीष तिवारी, मुखबिर मधुकर मिश्रा समेत सात लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। फिलहाल एसएसपी ने दोनों दारोगाओं को निलंबित कर दिया है। वहीं करीब एक करोड़ रुपए लेकर गायब मधुकर की तलाश में टीमें छापेमारी कर रही है। करोड़ों रुपए मिलने की जानकारी वरिष्ठ अफसरों ने आयकर विभाग को दी है जो मौके पर पहुंचकर रुपयों के बारे में छानबीन कर रहे है।
मामला शनिवार की सुबह करीब सात बजे का है। सुल्तानपुर के कारोबारी अंकित अग्रहरी अपने कुछ करीबियों के साथ लखनऊ के गोसाईंगंज सरसवा स्थित ओमेक्स रेजीडेंसी आर-01 बिल्डिंग टूलिप-ई फ्लैट नंबर-104 में रुके हुए थे। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह मुखबिर मधुकर मिश्रा ने गोसाईंगंज थाने के दो दारोगा पवन मिश्रा और आशीष तिवारी को सूचना दी कि फ्लैट नंबर-104 में करोड़ों रुपए की रकम और अवैध असलहे हैं। सूचना पर दोनों दारोगा मधुकर मिश्रा व अन्य साथियों के साथ फ्लैट पर छापेमारी की, जहां से करीब तीन करोड 38 लाख रुपए, एक पिस्टल, कारतूस व अन्य सामान मिला। मौके से पुलिस ने सुल्तानपुर निवासी कारोबारी अंकित अग्रहरी, सुल्तानपुर निवासी अश्वनी पांडेय, गोसाईंगंज बल्दीखेड़ा निवासी अभिषेक वर्मा, अमेठी निवासी अभिषेक सिंह, ग्वालियर निवासी सचिन, जितेन्द्र तोमर, शुभम गुप्ता और फैजाबाद रुदौली निवासी कुलदीप को पकड़कर थाने ले आयी।
इसी बीच वकील व मुखबिर मधुकर मिश्रा अपने साथियों के साथ गायब हो गया। पुलिस ने थाने पर आकर बरामद रकम में महज एक करोड़ 53 लाख रुपए ही दिखाए जबकि एक करोड़ 85 लाख रुपए गायब कर दिए गए। यह जानकारी होते ही कारोबारी अंकित अग्रहरी ने हंगामा शुरू कर दिया। जिसे पुलिसकर्मियों ने डपट कर शांत कराया। इसी बीच आयकर विभाग को भी जानकारी देकर थाने पर बुलाया गया। तभी कारोबारी ने अपने करीबी एक मंत्री को रुपयों के गायब होने की जानकारी दी। जिस पर मंत्री ने प्रकरण में एसएसपी को फोन कर पूरी जानकारी दी। शक होने पर एसएसपी ने एसपी ग्रामीण विक्रांत वीर को मौके पर भेजा। फ्लैट के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर जानकारी हुई कि मधुकर मिश्रा एक बैग लेकर भाग खड़ा हुआ है। एसपी ग्रामीण ने छानबीन के बाद पूरे प्रकरण से एसएसपी को अवगत कराया। जिसके बाद एसएसपी के निर्देश पर कारोबारी अंकित से तहरीर लेकर उपनिरीक्षक पवन मिश्रा, उपनिरीक्षक आशीष तिवारी, मधुकर मिश्रा समेत सात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। इस मामले में दोनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल फरार मधुकर की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच समेत अन्य टीमें छापेमारी कर रही है।
मंत्री का करीबी बताया जा रहा कारोबारी अंकित
जानकार सूत्रों की माने तो बरामद नकदी किसी मंत्री के परिचित की है। जिसके कारण जांच में देरी हो रही है। हांलाकि पुलिस इस बात को नकार रही है। थानाध्यक्ष गोसाईगंज अजय प्रकाश त्रिपाठी के अनुसार करीब एक करोड़ 53 लाख रुपये की नकदी बरामद हुई और आठ लोगों को हिरासत में लिया गया। जिनसे पूछताछ की जा रही है। कोयल, खनन और मौरंग-गिट्टी का कारोबार करने वाला अंकित अग्रहरी इतनी बड़ी रकम कहां से लाया। तीन करोड़ 38 लाख रुपए की रकम कहां ले जायी जा रही थी। इस संबंध में पुलिस के वरिष्ठ अफसरों की सूचना पर पहुंची आयकर की टीम पूछताछ कर रही है। फिलहाल पुलिस ने अब तक बरामद रकम को सील कर इसके बारे में जानकारी जुटा रही है।
सीसीटीवी सामने आने पर अरेस्ट पुलिसकर्मी सन्न
सूत्रों की मानें तो करोड़ से अधिक रुपए गायब होने की सूचना पर जब दोनों पुलिसकर्मियों पवन व आशीष से एसपी ग्रामीण ने पूछताछ की तो उन्होंने रकम के बारे में साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाने पर वह चुप हो गए। सूत्रों की माने तो क्राइम ब्रांच की टीम की छापेमारी में पुलिसकर्मियों के आवास से 36 लाख रुपए बरामद हुआ है जबकि शेष रकम मधुकर मिश्रा लेकर फरार हो गया है। जिसकी गिर तारी के लिए टीमों को लगाया गया है।