गरीबों को रसोई गैस सिलेंडर मुहैया कराने की मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी ‘प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना’ ने एक और अहम मुकाम हासिल किया है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने शुक्रवार को पीएम उज्ज्वला योजना के तहत सात करोड़वां एलपीजी कनेक्शन भेंट किया। प्रधान ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में गीता नामक महिला को सात करोड़वां एलपीजी कनेक्शन दिया।
प्रधान ने कहा कि सरकार ने सात करोड़ एलपीजी कनेक्शन 34 महीने में दिए हैं। इसका मतलब यह है कि इस योजना के तहत हर दिन 69,000 गरीबों को एलपीजी कनेक्शन दिया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर सात करोड़वां एलपीजी कनेक्शन दिया गया है। इस तरह यह योजना समय से काफी आगे चल रही है। इसे निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पीएम उज्ज्वला योजना पहली मई 2016 को लांच हुई थी। उस समय इस योजना के तहत इस वर्ष मार्च अंत तक पांच करोड़ गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य था। बाद में इस लक्ष्य को बढ़ाकर 2021 तक आठ करोड़ कर दिया गया। हालांकि अब सरकार ने सभी परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। सरकार की इस योजना का असर यह है कि मई 2014 में देश में 55 फीसद परिवारों के पास एलपीजी कनेक्शन था, जबकि अब यह आंकड़ा बढ़कर 93 फीसद हो गया है। उज्ज्वला योजना के तहत अब तक लगभग 42 फीसद अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के परिवारों को कनेक्शन दिए गए हैं।
प्रधान ने कहा कि पीएम उज्जवला योजना के तहत सर्वाधिक 1.26 करोड़ कनेक्शन उत्तर प्रदेश, 78 लाख पश्चिम बंगाल और 77.51 लाख बिहार में दिए गए हैं। मध्य प्रदेश में 63.31 लाख और राजस्थान में 55.34 लाख कनेक्शन दिए गए हैं। इसके साथ ही सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति सुधारने के लिए 6,800 नए वितरक जोड़े हैं।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि आजादी के बाद 50 साल में कुल 13 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए थे लेकिन बीते 55 महीने में लगभग इतने ही एलपीजी कनेक्शन दिए जा चुके हैं। जल्द ही देश में सभी परिवारों के पास एलपीजी कनेक्शन होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल अगस्त में उज्ज्वला योजना के तहत पांच करोड़वां तथा इस साल जनवरी में छह करोड़वां एलपीजी कनेक्शन दिया गया था।