नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महिला सशक्तिकरण में विशेष योगदान करने के लिए शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर देश में महिलाओं के सर्वोच्च नागरिक सम्मान नारी शक्ति पुरस्कार-2018 से 44 महिलाओं और संस्थानों को सम्मानित किया। राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह पुरस्कार प्रदान किए। इस अवसर पर महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी भी अन्य लोगों के साथ उपस्थित थीं। पुरस्कार पाने वालों में एसिड अटैक पीड़िता और सामाजिक कार्यकर्ता प्रज्ञा प्रसून, रानी मिस्त्री सुनीता देवी, भारत की पहली महिला समुद्री पायलट रेशमा निलोफर नाहा, महिला कमांडो ट्रेनर डॉ. सीमा राव, आध्यात्मिक और प्रेरक वक्ता ब्रह्म कुमारी शिवानी और वन्यजीव संरक्षणवादी सोनिया जब्बार शामिल हैं।
इस वर्ष लखनऊ के वन स्टॉप सेंटर को भी नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। तमिलनाडु राज्य समाज कल्याण और पोषक भोजन विभाग को बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार के लिए असाधारण प्रगति के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय महिला सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण के लिए उनकी अथक सेवा के लिए महिलाओं और संस्थानों को सम्मान देने के लिए नारी शक्ति पुरस्कार प्रदान करता है। इस वर्ष मंत्रालय को लगभग एक हजार नामांकन प्राप्त हुए थे उनमें से 41 महिलाओं को व्यक्तिगत और तीन संस्थानों को इन पुरस्कारों के लिए चुना गया।