सीएम योगी ने रसोइयों के सम्मेलन में की मानदेय बढ़ाने घोषणा
लखनऊ : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को यहां लोक भवन में मध्यान्ह् भोजन योजना के तहत प्रदेश के समस्त जनपदों में कार्यरत ‘रसोइयों के सम्मेलन’ को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने रसोइयों के मानदेय को 1000 रुपए से बढ़ाकर 1500 रुपए प्रतिमाह करने की घोषणा की। यह राशि सीधे लाभार्थी के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से भेजी जाएगी। उन्होंने रसोइयों को एप्रन और ग्लव्स वितरित किए। प्रदेश की सभी रसोइयों को एप्रन और ग्लव्स उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन रसोइयों को ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना’ का भी लाभ दिलाया जाए। उन्होंने इन रसोइयों की चयन प्रक्रिया को सरल बनाने के दृष्टिगत घोषणा की कि जिन रसोइयों का कार्य सन्तोषजनक है, उन्हें दोबारा चयन प्रक्रिया से नहीं गुजरना होगा। अच्छा कार्य करने वाली रसोइयों का स्वतः नवीनीकरण किया जाएगा।
मिलेगा को ‘पीएम श्रम योगी मान-धन योजना’ का लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए ‘प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना’ की शुरुआत की है। इसके तहत 18 से 40 की उम्र कामगारों को 55 रुपये से लेकर 200 रुपये तक जमा करना होगा। इस योजना में उतना ही अंश दान केंद्र सरकार भी करेगी। योजना से जुड़े कामगारों को 60 साल की आयु पर तीन हजार रुपये पेंशन के तौर पर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना उम्र के हिसाब से है, जिसमें 18 साल के कामगार को 55 रुपए, तो 35 साल के व्यक्ति को 200 रुपये जमा करना होगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मध्यान्ह् भोजन योजना से आच्छादित विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक के छात्र एवं छात्राओं को पौष्टिक एवं गुणवत्तापरक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। मध्यान्ह् भोजन योजना के अंतर्गत प्रदेश में करीब चार लाख रसोइये कार्यरत हैं, जिनमें से अधिकतर महिलाएं हैं। प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संचालित मध्यान्ह् भोजन योजना का अनुश्रवण करने के लिए एक मां समिति का भी गठन किया गया है, जो बच्चों को ठीक से भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित कर रही है। इस अवसर पर बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, सांसद डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा डाॅ0 प्रभात कुमार, अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में रसोइये उपस्थित थे।