लखनऊ : प्रदेश के राज्यपाल नाईक ने सोमवार को चौक स्थित कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम एवं महाआरती में सहभाग किया। इस अवसर पर विधि एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक, महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक सुरेश श्रीवास्तव, मंदिर के प्रमुख पुजारी आनन्द गौड़ सहित अन्य विशिष्टजन एवं श्रद्धालुगण उपस्थित थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि आज ही के दिन महादेव का विवाह देवी पार्वती से हुआ था। पूरे देश में भगवान शिव की आराधना की जाती है। देश में 12 ज्योतिर्लिंग हैं जिसमें से तीन ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में हैं। ‘मैं महाराष्ट्र का रहने वाला हूँ। मैं बताना चाहूंगा कि महाराष्ट्र के भीमा नदी के किनारे भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग, नासिक में त्रयंम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं औरंगाबाद में घुमेश्वर ज्योतिर्लिंग हैं, जहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धा में चुम्बकीय शक्ति होती है जहाँ लोग बिना बुलाये दर्शन के लिये आते हैं।
श्री नाईक ने महाशिवरात्रि का महत्व बताते हुये कहा कि आज ही कुम्भ का समापन हो रहा है। 400 सालों के बाद इस वर्ष कुम्भ का आयोजन इलाहाबाद नहीं बल्कि उसके पौराणिक एवं ऐतिहासिक प्रयागराज में हुआ। कुम्भ में 110 देशों के लोगों ने सहभाग किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अक्षयवट के दर्शन के लिये किला खोलने की सहमति दी। लोगों ने अक्षयवट के साथ-साथ सरस्वती कूप के भी दर्शन किये। उन्होंने कहा कि सफल कुम्भ के लिये वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कुम्भ में लगे सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों का भी अभिनन्दन कुम्भ मेला समिति के अध्यक्ष के नाते करते हैं।
न्याय एवं कानून मंत्री बृजेश पाठक ने राज्यपाल का स्वागत करते हुये कहा कि वे क्षेत्रीय विधायक होने के नाते राज्यपाल का कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पूरे देश में धूम-धाम से मनायी जाती है। इस अवसर पर मंदिर के न्यास की ओर से राज्यपाल श्री राम नाईक, मंत्री बृजेश पाठक तथा महापौर संयुक्ता भाटिया का अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान भी किया गया।