वाराणसी : उदय प्रताप महाविद्यालय के छात्रनेता विवेक सिंह की हत्या मामले के दो आरोपित आखिरकार शिवपुर पुलिस के हत्थे चढ़ गये जो छात्रनेता के जूनियर बताये जा रहे हैं। इनके पास से 01 पिस्टल .32 बोर व 03 जिन्दा कारतूस बरामद हुए हैं। विवेक की हत्या कालेज के पूर्व छात्रसंघ महामंत्री अनुपम नागवंशी के इशारे पर की थी। रविवार को एसएसपी आनन्द कुलकर्णी ने बताया कि शिवपुर थानाध्यक्ष अपने हमराहियों के साथ तड़के गश्त पर थे। इसी दौरान सूचना मिली कि यूपी कालेज के छात्रनेता विवेक सिंह की हत्या में शामिल दो आरोपी तरना ओवर ब्रिज ढलान (भेल) गेट के पास खड़े हैं। सूचना पर टीम ने दोनों को दबोच लिया।
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि हम दोनों यूपी कालेज में पढ़ते हैं। पढ़ाई के दौरान हमारी मुलाकात पूर्व छात्रसंघ महामंत्री अनुपम नागवंशी उर्फ कुन्दन से हुई। उनसे दोस्ती के बाद उनके साथ के अन्य लोगो से भी परिचय हुआ। अनुपम नागवंशी उर्फ कुन्दन कालेज के पीजी छात्रावास के बी ब्लाक में रहते थे जबकि विवेक सिंह (मृतक) और उसका साथी सर्वेश डी ब्लाक में रहते थे। दोनों ब्लाक के छात्रों के बीच शुरू से ही रंजिश हैं। वर्ष 2017 में कालेज में फ्रैसर पार्टी चल रही थी जिसमें हास्टल के बहुत से सीनियर व जूनियर छात्र जुटे थे।
आरोपितों ने बताया कि अनुपम नागवंशी उस समय कालेज के महामंत्री थे। अनुपम शराब पीने के बाद छात्र सर्वेश सिंह को गाली देने लगे, इसी बात पर विवेक सिंह बीच बचाव करने आया था। इससे क्षुब्ध होकर अनुपम नागवंशी विवेक सिंह को भी गाली देने लगा। इससे नाराज विवेक सिंह ने सभी छात्रों के सामने अनुपम नागवंशी को थप्पड मार दिया था। उसी समय अनुपम नागवंशी ने विवेक सिंह को गोली मारने की कसम खायी थी। इसके कुछ दिन के बाद ही अनुपम नागवंशी व अतुल सिंह ने सर्वेश को गोली भी मारी थी। इसका मुकदमा शिवपुर थाने में मुकदमा लिखा गया था।