जम्मू-कश्मीर की एक गुप्तचार इकाई ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी और आईएसई जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाबलों के राशन में जहर मिला सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों के प्रमुखों को इस रिपोर्ट के आधार पर एक परामर्श भेजा गया है। सुरक्षा बलों के प्रमुखों को कहा गया है कि पाकिस्तान के एक मोबाइल नंबर से भेजे गये संदेशों में दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेसी आईएसआई और राज्य में सक्रिय उसके एजेंटों की वहां तैनात सुरक्षा बलों के राशन में जहर मिलाने की योजना बना रहे हैं।
सुरक्षाबलों के अधिकारियों को सभी शिविरों और खासकर जम्मू-कश्मीर के शिविरों के राशन डिपो पर पयार्प्त सुरक्षा इंतजाम सुनिश्चित करने को कहा गया है। परामर्श में यह भी कहा गया है कि सुरक्षाबलों के इस्तेमाल के लिए देश भर से खरीदे जाने वाले राशन की नियमित जांच हों ताकि अनहोनी को रोका जा सके और ऐसे प्रयास सफल नहीं हो पायें।
उधर, सेना प्रमुख विपिन रावत ने शनिवार को यहां नागरोता स्थित व्हाइट नाइट कोर में राज्य की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।जनरल रावत और उत्तरी कमान के सैन्य कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा की मौजूदा स्थिति को देखते हुए व्हाइट नाइट कोर का दौरा कर कॉर्पस जोन में सेना की तैयारियों की समीक्षा की।
जीओसी के लेफ्टिनेंट जनरल परमजीत सिंह ने सेनाध्यक्ष को कोर मुख्यालय के दौरे के दौरान मौजूदा स्थिति को देखते हुए सेना की तैयारियों की जानकारी दी। जनरल रावत ने अपने कर्तव्य के प्रति पूर्ण समर्पण, निस्वार्थ निष्ठा और उच्च पेशेवर मानको के लिए सभी जवानों की सराहना की। उन्होंने संघर्षविराम उल्लंघन और घुसपैठ के कारण होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कोर जोन में इकाइयों की व्यवस्था, कार्यप्रणाली और उनके उठाये गये कदमों की भी सराहना की।