योगी ने किया कृषि विज्ञान केन्द्र का लोकार्पण, गवाह बने केद्रिय कृषि मंत्री राधा मोहन
गोरखपुर : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व भारत सरकार के कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केन्द्र चैक माफी (पीपीगंज) के प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। इसके साथ ही दो दिवसीय पूर्वान्चल किसान मेला व कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में विभिन्न प्रान्तों व जनपदों के संबंधित विभागों के लगभग 100 स्टाल लगाये गये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एंव केन्द्रीय कृषि मंत्री द्वारा महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केन्द्र एक नजर में तथा गोरखनाथ कृषि दर्पण पत्रिका का लोकार्पण करने के साथ ही कृषि विज्ञान केन्द्र की वेबसाइट लान्च किया। इसके साथ ही 5-5 किसानों को मृदा परीक्षण कार्ड तथा मृदा स्वास्थ्य कार्ड भी प्रदान किया।
मुख्यमंत्री ने सभा को सम्बोधन करते हुए कहा कि किसानों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लाने के उद्देश्य से 2 वर्ष पूर्व कृषि विज्ञान केन्द्र की आधारशिला रखी गयी थी। जिसके प्रशासनिक भवन का लोकार्पण आज हुआ है। उन्होंने कहा कि आम जन के जीवन में परिवर्तन लाने का कृषि विज्ञान केन्द्र सशक्त माध्यम है। शासन की योजनाओं का लाभ किसानों को मिले और उन्हें तकनीकी जानकारी प्राप्त हो, इस उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के अन्दर 20 नये कृषि विज्ञान केन्द्र दिये है जिससे किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास सरकार की प्राथमिकता है, कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों जीवन में सही तकनीक, समय पर बीज एवं उन्हें समयबद्ध ढंग से शासन की योजना का लाभ दे सके।
मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंहने कहा कि किसानों को मजबूत बनाने एंव उनकी आय बढ़ाने हेतु नई तकनीकी की आवश्यकता है और इस उद्देश्य की पूर्ति में कृषि विज्ञान केन्द्र की बड़ी भूमिका है। कृषि विज्ञान केन्द्र सभी ज्ञान देता है। उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों को निर्देश दिये कि वे टीम बनाकर गांव को गोद लें और उन्हें कृषि की नई तकनीक के बारे में बतायें। श्री सिंह ने कहा कि उ0प्र0 तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने मृदा परीक्षण कराने पर बल देते हुए कहा कि जिस तरह व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहता है उसी प्रकार अच्छी उपज मृदा परीक्षण भी आवश्यक है, मृदा परीक्षण हेतु लैब की स्थापना की गयी है, किसानों की आय बढ़ाने हेतु नई तकनीक पशुपालन, वानिकी, मधुमक्खी पालन, मत्स्य पालन के प्रति रूचि लेना होगा।
प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा जो प्रोजेक्ट संचालित होंगे वह किसानों की आय, उत्पादन, उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगा। सरकार की प्राथमिकता खेती एंव किसान है। विधायक फतेह बहादुर सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि किसानों की आय दोगुना करने में कृषि विज्ञान केन्द्र काफी उपयोगी सिद्ध होगा। उप महा निदेशक कृषि प्रसार नई दिल्ली डा. ए.के. सिंह ने कहा कि यह कृषि विज्ञान केन्द्र रिसर्च सेन्टर एंव स्त्रोत का कार्य करेगा।