विंग कमांडर अभिनंदन के इंतजार में पलक पांवड़े बिछाए हुए था, उसी समय देशसेवा करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले कुछ वीर सैनिकों को अंतिम विदाई भी दी जा रही थी. शहीद के अंतिम संस्कार के दौरान खींची गई एक इमोशनल तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. सोशल मीडिया यूजर्स ने लिखा है कि इन शहीदों को नहीं भूलना चाहिए.
जहां बहुत लोग कल अभिनंदन का इंतजार कर रहे थे, चंडीगढ़ में वायुसेना के स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ वशिष्ठ का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. इस दौरान उनकी पत्नी आरती वर्दी में थी और काफी इमोशनल हो गई थी. आरती खुद भी वायुसेना में स्क्वाड्रन लीडर हैं.
जम्मू कश्मीर के बडगाव में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में पायलट और चार अन्य वायुसेना अफसरों की मौत हो गई थी. इनमें सिद्धार्थ वशिष्ठ भी शामिल थे. वहीं, इसी हादसे में शहीद हुए 33 साल के रहे पायलट निनाद मंडावगने का अंतिम संस्कार भी शुक्रवार को ही नासिक में किया गया.
इन वायुसैनिकों का अंतिम संस्कार मिलिट्री सम्मान के साथ किया गया. वहीं, इसी हादसे में शहीद हुए सार्जेंट विक्रांत सेहरावत का अंतिम संस्कार हरियाणा के झज्जर जिले के बधानी गांव में किया गया. हरियाणा सरकार ने मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की बात कही.
सिद्धार्थ वशिष्ठ का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को विमान से चंडीगढ़ वायुसेना स्टेशन लाया गया था. उनके पार्थिव शरीर को वायुसेना वाहन से सेक्टर 44 स्थित उनके आवास से श्मशान घाट लाया गया.
वशिष्ठ की पत्नी स्क्वाड्रन लीडर आरती ने वर्दी पहनकर अंतिम संस्कार से पहले अपने पति को श्रद्धांजलि दी. सिद्धार्थ वशिष्ठ के पिता ने उन्हें मुखाग्नि दी.
वायु सेना ने अधिकारी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे बल एवं नागरिक प्रशासक के अधिकारियों और आम लोगों की मौजूदगी में वशिष्ठ को बंदूकों की सलामी दी. चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन और हरियाणा के मंत्री नायब सैनी भी इस दौरान मौजूद थे.
वशिष्ठ और उनके परिवार की पिछली तीन पीढ़ियों ने सशस्त्र बलों के लिए सेवाएं दी हैं. वह 2010 में वायुसेना में शामिल हुए थे और पिछले महीने केरल में आई बाढ़ के दौरान बचाव अभियान में उनकी भूमिका के लिए उन्हें सम्मानित किया गया था.