आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पटना के गांधी मैदान में तीन मार्च को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की संकल्प रैली होने जा रही है। इस रैली की खास बात यह भी है कि नौ साल बाद किसी चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक साथ दिखेंगे। इसके पहले दोनों 2010 में पंजाब के लुधियाना में आयोजित राजग की चुनावी रैली के दौरान साथ नजर आए थे।
इसके पहले 2010 में लुधियाना की रैली में साथ दोनों दिखे थे साथ
विदित हो कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार 2010 में पंजाब के लुधियाना में राजग के चुनाव प्रचार के दौरान एक मंच पर नजर आए थे। तब नीतीश कुमार का जनता दल यूनाइटेड (जदयू) राजग का घटक दल था।
महागठबंधन में नरेंद्र मोदी के बड़े आलोचक रहे थे नीतीश
लेकिन इसके बाद जून 2013 में नीतीश कुमार राजग से नाता तोड़ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) व कांग्रेस के साथ महागठबंधन का हिस्सा बने तथा महागठबंधन की सरकार में मुख्यमंत्री बने। आगे अगस्त 2017 में वे फिर राजग में वापस लौटे तथा राजग की सरकार बनाई।
नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार के बीच एक वह भी दौर आया था, जब दोनों के बीच के संबंध निम्नतम स्तर पर दिखे थे। महागठबंधन के रहने के दौरान नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ा आलोचक माना जाता था, लेकिन अब दोनों साथ-साथ हैं।
अब नीतीश व मोदी के बीच गजब की केमिस्ट्री,
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन में रहने के दौरान भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नीतिगत आधार पर कुछ मुद्दों पर समर्थन किया था। बाद में जदयू के राजग में शामिल होनें के बाद मोदी व नीतीश में गजब की केमिस्ट्री देखी गई है। प्रधानमंत्री मोदी जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मित्र बताते हैं, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री के बड़े समर्थक बनकर सामने आए हैं।
राहुल की रैली के जवाब में प्रधानमंत्री की रैली
प्रधानमंत्री की पटना में होने जा रही रैली को बीते दो फरवीह को पटना में हुई राहुल गांधी की रैली का जवाब भी माना जा रहा है। राहुल की रैली में तेजस्वी यादव, जीतनराम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा तथा शरद यादव सहित विपक्ष के कई बड़े नेता एकजुट दिखे थे। अब प्रधानमंत्री की रैली के माध्यम से राजग विपक्ष को जवाब देगा।
प्रधानमंत्री के साथ एक मंच पर दिखेंगे राजग के बड़े नेता
राजग की संकल्प रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जदयू सुप्रीमो व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो रहेंगे ही, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सुप्रीमो व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान भी रहेंगे। राजग के कई अन्य बड़े नेता भी प्रधानमंत्री के साथ मंच पर एकजुट नजर आएंगे, यह तय है। रैली को लेकर दो मंच बनाए जा रहे हैं। बड़े मंच पर प्रधानमंत्री के साथ बैठने वाले 80 लोगों में कौन-कौन होंगे, इसपर सबकी नजरें ल्रगीं हैं।
प्रधानमंत्री संग दिख सकता विपक्ष का कोई बड़ा चेहरा
संभव है कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर उहापोह के कारण नाराज विपक्ष का कोई बड़ा चेहरा भी प्रधानमंत्री के साथ मंच पर दिख जाए। राजग में लोकसभा चुनाव को लेकर सीटों का बंटवारा हो चुका है, जबकि महागठबंधन में इसे लेकर विवाद फंसा हुआ है। सीट शेयरिंग से नाराज होकर ही हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) सुप्रीमो जीतनराम मांझी महागठबंधन में शामिल हो गए हैं, लेकिन सूत्रों के अनुसार यहां भी उसे मांग से कम सीटें ऑफर की जा रहीं हैं। राजग में उन्हें घर वापापसी का न्योता दिया जाता रहा है।
बहरहाल, सियासी अटकलों के बीच राजग प्रधानमंत्री की रैली की तैयारियों में जुटा हुआ है।