भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार (27 फरवरी) को हुए हवाई संघर्ष के बाद पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान को हिरासत में लिए जाने के बाद उनकी जल्द स्वदेशी वापसी हो सकती है. इसके लिए भारत सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है. इन सबके बीच विपक्षी पार्टियां भी भारतीय वायुसेना के जाबाज कमांडर अभिनंदन की जल्द से जल्द वापसी की मांग कर रहे हैं.
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने भारतीय वायुसेना के पायलट के पाकिस्तान के कब्जे में होने पर चिंता जताई है. गुरुवार (28 फरवरी) को बसपा सुप्रीमो ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान का हवाई हमला सेना ने कल (27 फरवरी) नाकाम कर दिया, यह बड़ी राहत की बात है. लेकिन देश का एक जांबाज एयरफोर्स अफसर पाकिस्तान के कब्ज़े में है, यह बड़ी चिंता की बात है. उस पायलट की सकुशल वापसी के लिए भारत सरकार को पूरा जी-जान लगा देने की जरूरत है. तभी देश को चैन मिलेगा.
इसके साथ ही उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के लगातार बीजेपी पार्टी के नेताओं को संबोधित करने पर भी तंज कसा है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब जंगी संकट के बादल छाये हैं और देश को नेतृत्व की सख्त जरूरत है. वैसे में पीएम मोदी देश की सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय अपनी पार्टी की चिंता करते हुए बीजेपी वर्करों को सम्बोधित कर रहे हैं. यह बेहद हास्यास्पद ही नहीं बल्कि देश की भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी है.
वहीं, सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को एक डेमार्श (एक राजनीतिक कदम या पहल) सौंपा है, ताकि विंग कमांडर अभिनंदन की जल्द सुरक्षित वापसी हो सके. एक ऐसा ही डेमार्श नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान के कार्यकारी उच्चायुक्त को भी सौंपा गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से यह जानकारी मिली है. भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर की जल्द रिहाई सुनिश्चित करने के लिए भारत और पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के बीच शीर्ष स्तर पर वार्ता चल रही है.