पाकिस्तान के बालाकोट में मंगलवार (26 फरवरी) को जैश-ए-मोहम्मद के कैंप पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद हर किसी ने अपने-अपने तरह से वायुसेना को सलाम किया. राजस्थान के एक दंपति ने अनूठे अंदाज में भारतीय वायुसेना के जज्बे को सैल्यूट किया और खुशी मनाई. राजस्थान के नागौर जिले के दबरा गांव में एक नवजात शिशु का नाम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह करने वाले भारत के लड़ाकू विमानों मिराज 2000 पर रखा गया है.
दरअसल, नागौर जिले के डाबड़ा गांव निवासी महावीर सिंह की पत्नी सोनम कंवर को ठीक उसी समय प्रसव पीड़ा हुई, जिस समय भारतीय फाइटर प्लेन मिराज द्वारा आतंकी कैंपों पर कार्रवाई करके बम बरसाए जा रहे थे. 3.50 मिनट पर जहां फाइटर प्लेन गरज रहे थे, उसी टाइम अस्पताल में किलकारी गूंजी और महावीर सिंह के परिवार में खुशी का माहौल छा गया.
शिशु का नाम मिराज सिंह राठौर रखा गया है. वह बालाकोट में हवाई हमलों के कुछ ही मिनट बाद पैदा हुआ था. उसके परिवार के कुछ सदस्य भारतीय सशस्त्र बलों में सेवाएं दे रहे हैं. शिशु के पिता महावीर सिंह एक विद्यालय में अध्यापक हैं. उन्होंने कहा कि वायुसेना की वीरता का जश्न मनाने का इससे बेहतर कोई तरीका नहीं था. मिराज विमानों से किये गए हवाई हमलों और बच्चे का जन्म समय समान था, लिहाजा हमने उसका नाम विमानों के नाम पर रखने का फैसला किया. शिशु का नाम उसके एक नजदीकी संबंधी ने सुझाया था. जो वायुसेना में सेवाएं दे रहे हैं और नैनीताल में तैनात हैं.