बाराबंकी : पुरुषों को पीछे छोड़कर अब हर क्षेत्र में महिलाएं सफलता का मुकाम हासिल कर रही हैं। इसी क्रम में जिले की आशा संगीता देवी को मातृत्व अभियान के तहत शिल्ड व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस आशा ने यहां की 5 हजार 16 आशाओं में चयनित होकर मान बढ़ाया। परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नाम चयनित किया गया था। जनपद परिवार कल्याण मंत्री डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने किंग जार्ज मेडीकल यूनीवर्सिटी में 23 फरवरी को आयोजित आशा सम्मेलन कार्यक्रम में जनपद के ब्लाक जटा बरौली ग्राम व सबसेन्टर भिठौली कला पर कार्यरत आशा बहु संगीता देवी को मातृत्व अभियान के तहत सम्मानित कर उनका हौसलाफजाई किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आशा बहुओं द्वारा किए गए कार्य का कोई मोल नहीं है। आंधी, तूफान, लू, तेज बारिश आदि में गांव के टेढ़े-मेढ़े रास्ते पर चलकर महिलाओं की तमाम समस्याओं का समाधान करती है। प्रसव के दौरान भी आशा बहुएं महिलाओं की मदद करने में पीछे नहीं हटतीं।
परिवार नियोजन एवं एचआरपी में आशा का परचम
आशा संगीता देवी ने अप्रैल 2018-2019 तक भिठौली कला सबसेन्टर पर 28 महिलाओं की हाई रिस्क संस्थागत प्रेग्नेन्सी करवाया, तो वही परिवार नियोजन पखवारे में सबसेन्टर क्षेत्र के 1 पुरूष एवं 4 महिलाओं की सफल नसबन्दी करवाकर अपना टारगेट पूरा किया। इसको लेकर पूरे जनपद से संगीता देवी का नाम 5 हजार 16 आशाओं में चयनित किया गया।
योजना की महत्वपूर्ण कड़ी हैं आशा कार्यकर्ता : डीपीओ
बाराबंकी जिला कार्यक्रम अधिकारी अम्बरीश द्विवेदी ने बताया कि आशा कार्यकर्ता राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना की महत्वपूर्ण कड़ी है। इस योजना के तहत जिले में संचालित जननी सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन, टीकाकरण सहित अन्य योजनाओं में आशा कार्यकर्ता का सराहनीय योगदान रहता है। बिना आशा कार्यकर्ता के सहयोग के स्वास्थ्य कार्यक्रमों का संचालन बहुत कठिन है। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य आशा कार्यकर्ता कर रही हैं। उन्होंने आशाओं को स्वास्थ्य सेवाओं के बेहतर बनाने में सहयोग पर शुभकामनाएं दी।