‘तेरे लिए जग छोड़ा और तू किसी और की हो गई..’ ये उस पत्र का मजमून है जिसे एक सिरफिरे आशिक ने अपनी दूसरी पत्नी की हत्या करने के बाद कमरे में छोड़ा। दुपट्टे से गला कसकर महिला को मारने के बाद वह कमरे को बाहर से बंद कर चला गया और महिला के तीसरे पति को जानकारी दी, जिससे हाल ही में महिला ने विवाह किया था।
विजयनगर निवासी कंप्यूटर पार्ट के सेल्समैन निर्मल श्रीवास्तव की 35 वर्षीय पत्नी आरती का शव मंगलवार रात मतैयापुरवा स्थित अमित राजपूत के घर में मिला। यहां बीस दिन पहले ही मूलरूप से गोंडा का रहने वाला मजदूर राजू किराए पर रहने आया था। राजू के फोन करने पर जब निर्मल वहां पहुंचा तो कमरे का ताला लगा था। निर्मल ने मकान मालिक अमित और पुलिस को सूचना दी। खिड़की की कांच की जगह लगे अखबार को फाड़कर अंदर देखा तो जमीन पर आरती का शव पड़ा था। निर्मल का आरोप है कि उसके दूसरे पति राजू ने पहले किराए पर कमरा लिया फिर उसकी पत्नी की बातों में फंसाकर यहां लाया और मार दिया। कमरे में एक पत्र भी मिला। इसके मुताबिक आरती के तीसरे विवाह से राजू खुश नहीं था।
सीओ स्वरूपनगर अजीत सिंह चौहान ने बताया कि पत्र के मुताबिक राजू पहले से शादीशुदा था। लखनऊ में एक साइट पर काम करने के दौरान उसकी मुलाकात एक राजमिस्त्री की पत्नी आरती से हो गई। इसके बाद दोनों ने अपने बच्चों को छोड़कर प्रेम-विवाह कर लिया। इसके बाद आरती के संपर्क में निर्मल आया और वह उसके साथ शादी कर विजय नगर में रहने लगी। इसकी जानकारी पर राजू ने वारदात को अंजाम दिया।
बिना आइडी रहने आया था राजू
मकान मालिक अमित ने बताया कि राजू ने आइडी मांगने पर गांव से लौटकर देने को कहा था। वह आसपास के लोगों से बात भी नहीं करता था।
पत्र व काल डिटेल खोलेगी हत्यारे का राज
सीओ स्वरूपनगर के मुताबिक सिर्फ पत्र व आरती के तीसरे पति के कहने पर राजू को हत्याभियुक्त नहीं माना जा सकता। हत्या के हर पहलू पर जांच की जा रही है। मृतका और आरोपित की काल डिटेल के साथ पत्र राइटिंग का मिलान कराया जाएगा, ताकि हत्या के सही कारणों व आरोपित का पता चल सकेगा।