बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गंगा में डुबकी लगा लेने से वादाखिलाफी का पाप धुलने वाला नहीं है। भाजपा सरकार को देश की जनता अब माफ करने वाली नहीं है।
मायावती ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री द्वारा लोकसभा चुनाव के समय संगम में डुबकी लगाने और शाही स्नान करने से इनकी सरकार की पिछले पांच सालों में की गई घोर चुनावी वादाखिलाफी, जनता से किया गया इनका विश्वासघात व अन्य और भी अनेकों प्रकार की सरकारी जुल्म-ज्यादती का पाप धुलने वाले नहीं है। ठीक चुनाव से पहले पीएम किसान सम्मान निधि योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार को खेती-खलिहान व किसान के बारे में समझ नहीं है।
उन्होंने कहा कि सबसे पहले इन्हें किसान और खेतिहर मजदूरों में अंतर समझना चाहिए। इनकी 500 रुपये प्रति माह आर्थिक सहायता देने की घोषणा वास्तव में दैनिक मजदूरी करने वाले भूमिहीन खेतिहर मजदूरों के लिए होनी चाहिए, ना कि किसानों के लिए। किसान को किसी भी प्रकार की सरकारी भेंट का एहसान नहीं चाहिए, बल्कि उसे उसकी उपज का वाजिब व लाभकारी मूल्य चाहिए। इसके साथ अन्य बेरोजगार लोगों को रोजगार व मेहनतकश लोगों को काम व उनकी अपनी जायज मजदूरी का भुगतान चाहिए। भाजपा सरकार केवल इसी को सुनिश्चित कर दे तो यह उनके लिए बहुत होगा।