प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 53वीं बार मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम में पुलवामा आतंकी हमले, नेशनल वॉर मेमोरियल, बोर्ड परिक्षाओं आदि के बारे में जिक्र किया। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत में कहा कि भारत-माता की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले देश के सभी वीर सपूतों को मैं नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि पुलवामा हमले में जवानों की शहादत के बाद लोगों के मन में आक्रोश है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारे सशस्त्र बल हमेशा ही अद्वितीय साहस और पराक्रम का परिचय देते आए हैं। शांति की स्थापना के लिए जहां उन्होंने अद्भुत क्षमता दिखाई है तो वहीँ हमलावरों को भी उन्हीं की भाषा में जबाव देने का काम किया है।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आश्चर्य भी होता था और पीड़ा भी कि भारत में कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था। मैंने तय किया है कि देश में एक ऐसा स्मारक अवश्य होना चाहिए।
पीएम मोदी ने जमशेद जी टाटा के बारे में कहा कि उन्होंने बड़े बड़े संस्थान दिए हें। वे जानते थे कि भारत को साइंस, टेक, इंडस्ट्री का हब बनाना भविष्य के लिए जरूरी है। ये उनका ही विजन था जिससे टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की स्थापना हुई।
पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात कार्यक्रम से आप सभी से जुड़ना मेरे लिए एक अनोखा अनुभव रहा है। कई बार आपसभी से बात करते हुए ऐसा प्रतीत होता है कि आप सबने मुझे अपने परिवार जैसा सम्मान दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बोर्ड की परीक्षा का आयोजन होने वाला है। मैं स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों को शुभकामनाएं देता हूं। कुछ दिन पहले दिल्ली में परीक्षा का चर्चा का आयोजन हुआ। पीएम ने आगे कहा कि आने वाले एग्जाम के लिए परीक्षा वॉरियर्स को ढेर सारी शुभकामनाएं।