पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पिछले दिनों इस बात की मांग उठने लगी थी की कश्मीर से धारा 370 हटा ली जानी चाहिए। लेकिन इस मांग से भाजपा के ही गठबंधन साथी दल सहमत नहीं है। राम मंदिर के बाद जदयू ने संविधान की धारा 370 के मुद्दे पर भी खुद को भाजपा के स्टैंड से अलग कर लिया है।
गुरुवार को यहां जदयू कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा कि उनकी पार्टी कभी भी धारा 370 को हटाने के पक्ष में नहीं रही है। उन्होंने कहा कि किसी खास हिस्से के लिए की गई विशेष व्यवस्था को समाप्त करने के पक्ष में उनकी पार्टी नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस समय पुलवामा के संदर्भ में तो ऐसी मांग होनी ही नहीं चाहिए। कुमार ने कहा कि आतंकवाद से पूरी सख्ती से निबटने के पक्ष में हैं। लेकिन, इसके लिए किसी संवैधानिक प्रावधान को खत्म करने की जरूरत नहीं है। मालूम हो कि एनडीए का हिस्सा होने के बावजूद जदयू कई मुद्दे पर भाजपा से अलग रुख रखती है। राम मंदिर, असम नागरिकता के अलावा कश्मीर मुद्दे पर भी उसका रुख अलग है।