बाराबंकी। संचारी रोगों से मुक्त रखना है तो इसके लिए सभी संबंधित विगागों एवं अन्य सहयोगी विभागों को मिलकर सहयोग देना अतिआवश्यक है। 15 दिवसीय पखवाड़े के दौरान डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया पर नियंत्रण के लिए साफ-सफाई और नालियों में छिड़काव का काम शहरी इलाकों में नगर पालिका एवं ग्रामीण इलाके में पंचायती राज विभाग के द्वारा किया जा रहा है। उक्त बातें संचारी रोग नियंत्रण अभियान की द्वितीय अंर्तविभागीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे जिलाधिकारी उदय भान त्रिपाठी ने कही । उन्होंने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए संबंधित विभागों से अनुरोध किया कि आप सब समन्वय बनाकर शासन की प्राथमिकताओं के अनुरूप इस अभियान को सफल बनाएं ।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (नगर) डा आर सी वर्मा ने संचारी रोगों एवं मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए स्वच्छता व साफ सफाई के बारे में विस्तार से चर्चा की । डा वर्मा ने आगे बताया कि बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ओर से कुपोषित एवं अतिकुपोषितों की सूची बनाकर उन्हें पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है । जेई रोगों से ग्रसित कुपोषित बच्चों को पुष्टाहार मुहैया कराना सुनिश्चित करायेंगे । स्कूलों में बच्चों को संचारी रोग, दिमागी बुखार एवं सुरक्षित पेयजल के विषय में जानकारी देने के साथ संचारी रोगों के विषय में कक्षाएं लगाकर एवं स्कूलों में रैलियां निकालकर बच्चों को जागरूक किया जा रहा है । उन्होंन बताया कि अभियान के तहत जिसमें सम्बन्धित 7 विभागों समेंत कुल करीब 13 विभागों के आपसी सहयोग के माध्यम से दिए गए दायित्व का निर्वहन करते हुए साफ – सफाई पर विशेष जोर देते हुए संचारी रोग नियंत्रण माह को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें ।
जिला मलेरिया अधिकारी अधिकारी डा अविनाश कुमार ने अवगत कराया कि संचारी रोगों एवं मास एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) दिमागी बुखार के नियंत्रण के लिए जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जा रहा है । मलेरिया, चिकनगुनिया से बचाव के लिए खिड़कियों पर जाली लगाने और कूड़ा इत्यादि न इकट्ठा करने की सलाह दी। बैठक के मौके पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राजाराम सिंह , वरिष्ठ फाइलेरिया निरीक्षक केके गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला फाइलेरिया अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला स्वास्थ्य सूचना अधिकारी, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी,ब्लॉक ,उप जिला स्वस्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारीप्रोग्राम मैनेजर, जिला समन्वयक पीसीआई, टीएसयू, यूनीसेफ से डीएमसी व सभी सीएचसी के केन्द्राध्यक्ष समेंत संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों उपस्थित रहे। डिप्टी सीएमओ डा आर सी वर्मा ने बताया कि जनपद मे अब तक कुल 6 कुपोषित बच्चे मिले, जिनको इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया । अभियान को सफल बनाने के लिए प्रमुख रूप से 15 सीएचसी पर स्वच्छता की सारी गतिविधियों की आवश्यकता के अनुसार बुखार व अन्य रोगियों की स्लाइड बनाकर दवा का छिड़काव किया जाता है, व क्लोरीन टैबलेट बांटी जाती है ।