अमेरिका के जाने माने समाजसेवी और इन्वेस्टमेंट ग्रुप के प्रमुख फ्रैंक इस्लाम ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि विश्व में विकास का सबसे बड़ा बाधक आतंकवाद है जिसे जड़ समूल समाप्त करने की सख्त जरूरत है । बराक ओबामा के करीबी दोस्त और सॉफ्टवेयर जॉइंट क्यूएसएस के संस्थापक फ्रैंक इस्लाम ने पुलवामा की घटना पर अफसोस जताते हुए कहा है कि जवानों के कत्ल के गुनाहगारों को माफ नही किया जा सकता है ।
फ्रैंक बदरुल इस्लाम का जन्म आज़मगढ़ में हुआ था जो अलीगढ़ की शुरुआती पढ़ाई के बाद कम0उम्र में अमेरिका चले गए थे । फ्रैंक इस्लाम बराक ओबामा के राष्ट्रपति चुनाव में अधिकृत वित्तीय प्रायोजक रहे हैं । अमेरिका के मशहूर इन्वेस्टमेंट ग्रुप एफआई इन्वेस्टमेंट के अध्यक्ष और सीईओ फ्रैंक इस्लाम मोहम्मद हसन पोस्ट ग्रैजुएट कालेज के 25 वीं वर्षगांठ (सिल्वर जुबली) कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए । करीब आठ हजार से ज्यादा छात्रों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया ।
डा. फ्रैंक फखरुल इस्लाम ने मुस्लिम शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जौनपुर एक कालातीत शहर है। सीखने का शहर..! पूरी दुनिया का प्रकाश और यह कालेज उत्तर प्रदेश में अग्रणी है। शिक्षा परिवर्तन का उपकरण है। यह आत्मसम्मान और आत्मविश्वास का निर्माण करती है। मन को सशक्त बनाती है। शिक्षा समृद्धि की ओर ले जाती है। मुसलमानों को भारत में विकास और सफलता के भागीदार होने चाहिए। यदि आप सफल होते हैं तो भारत सफल होता है, और दुनिया सफल होती है। उन्होंने अपने उद्बोधन में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और उसके संस्थापक का कई बार जिक्र करते हुए प्रशंसा की।
विशिष्ट अतिथि आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने पुलवामा में शहीद वीर जवानों का जिक्र करते हुए जवाबी कार्यवाही की बात कही। कहा देश की तरक्की के लिए शिक्षा बहुत अहम है। मुसलमानों को लड़कियों की शिक्षा पर अधिक जोर देने की जरूरत है। अध्यक्षता वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर पीसी पतांजलि ने किया। संचालन डा. प्राची, सलमान शेख व मोहम्मद अब्बास ने संयुक्त रूप से किया। कालेज के राष्ट्र भक्ति कार्यक्रम से लोगों की आंखें नम रहीं। इस मौके पर शाह मोहम्मद तारिक, डा. एमएफ इस्लाम, डा. अरशद, डा. जुल्फेकार खां, शाहनवाज, नासिर खां, वरिष्ठ पत्रकार हेमंत तिवारी, मोहम्मद याकूब, डा जारिया आदि उपस्थित रहे। अंत में प्राचार्य डा. अब्दुल कादिर खां ने सभी के प्रति आभार प्रकट किया।