सोमवार को एम्स में भर्ती हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की हालत स्थिर है। जिसके चलते मंगलवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी नहीं दी गई। हालांकि कुछ मेडिकल टेस्ट के बाद डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू से सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। डॉक्टरों की मानें तो पूर्व पीएम प्रतिक्रियाएं कर रहे हैं। उन्हें फिलहाल इंजेक्शन के जरिए एंटीबॉयोटिक्स दवाओं की डोज दी जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि जो भी उपचार अभी उन्हें दिया जा रहा है, उसका असर मरीज में देखने को मिल रहा है। एम्स प्रबंधन की मानें तो अभी कम से कम एक दिन और पूर्व पीएम को एम्स में रखा जा सकता है। बता दें कि सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वास्थ्य को लेकर एम्स की ओर से दिन भर में तीन बार स्वास्थ्य समाचार जारी किया गया। पहले तो एम्स के डॉक्टरों का कहना था कि पूर्व प्रधानमंत्री को रूटीन चेकअप के लिए एम्स लाया गया है। लेकिन देर शाम तक जब राहुल गांधी से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहुंचना शुरू हुआ तो एम्स की ओर से किडनी डायलिसिस और यूरिन में संक्रमण की पुष्टि की गई। वहीं मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे एम्स ने हालत स्थिर होने की जानकारी दी। जबकि सोमवार को एम्स प्रबंधन का कहना था कि पूर्व पीएम को एक दिन के लिए ही भर्ती किया है। फिलहाल एम्स निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की अगुवाई में करीब 12 डॉक्टरों की टीम उपचार कर रही है।
पूरे देश में होने लगीं दुआएं, एम्स के बाहर किया हवन
इनसब के बीच मंगलवार को पूर्व पीएम वाजपेयी के स्वास्थ्य को लेकर देश भर में दुआएं होने लगीं। एम्स के बाहर भी भाजपा युवा मोर्चा की ओर से हवन संपन्न कराया गया। मोर्चा के कोषाध्यक्ष पंकज जैन ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना की है। इसके लिए एम्स के बाहर हवन भी किया गया।
दूसरे दिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पहुंचे एम्स
अटल बिहारी वाजपेयी की हालत को जानने और परिजनों से मुलाकात करने के लिए मंगलवार शाम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एम्स पहुंचे। इस दौरान उन्होंने डॉक्टरों से स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ली। जबकि उनसे पहले देवगौड़ा और मुरली मनोहर जोशी ने भी परिजनों से मुलाकात की।