केंद्र सरकार के अलग-अलग विभागों में ज्वाइंट सेक्रेटरी स्तर के 10 पदों के लिए निजी क्षेत्र के 6,000 विशेषज्ञों से आवेदन प्राप्त हुए. इनमें से केवल 89 का नाम आगे के लिए छांटा गया है. यानी 98.54 प्रतिशत आवेदन खारिज कर दिए गए. कार्मिक मंत्रालय ने पिछले साल जून में ‘लैटरल एंट्री’ से संयुक्त ज्वाइंट सेक्रेटरी के पदों पर नियुक्ति के लिए विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले निजी क्षेत्र के लोगों से आवेदन मांगे थे.
30 जुलाई थी आवेदन की अंतिम तिथि
ये पद राजस्व, वित्तीय सेवा, आर्थिक मामले, कृषि एवं कृषक कल्याण, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, पोत परिवहन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, नागर विमानन और वाणिज्य विभाग में हैं. इन पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 जुलाई थी. सरकार के विज्ञापन के जवाब में कुल 6,077 आवेदन मिले थे. कार्मिक मंत्रालय ने दिसंबर में फैसला किया कि इन पदों पर उम्मीदवारों के चयन का काम संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) करेगा.
3,768 ने जमा की डिटेल्ड एप्लीकेशन
इसके बाद यूपीएससी ने सभी आवदेनकर्ताओं से डिटेल्ड एप्लीकेशन फॉर्म जमा करने के लिए कहा. इसमें कैंडिडेट की शैक्षणिक योग्यता और अनुभव का ब्योरा मांगा गया. अधिकारियों ने बताया कि 6,077 आवेदको में से 3,768 ने ही डिटेल्ड एप्लीकेशन जमा की. इन 3,768 आवेदनों में से सबसे अधिक 641 आवेदन वित्तीय सेवा विभाग में ज्वाइंट सेक्रेटरी पद के लिए मिले. इसके बाद 545 कृषि और कृषक कल्याण, 405 पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और 346 सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में नियुक्ति के लिए मिले.
वाणिज्य विभाग में संयुक्त सचिव पद के लिए 341, राजस्व विभाग के लिए 299, विमानन के लिए 238, पोत परिवहन के लिए 201 और आर्थिक मामलों के विभाग में नियुक्ति के लिए 162 आवेदन मिले. इस आवेदनों की आगे जांच के बाद सिर्फ 89 उम्मीदवारों को छांटा गया. कार्मिक मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शुरुआत में किए गए आवेदनों में 98.54 प्रतिशत खारिज कर दिए गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि इन छांटे गए उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जा सकता है.