गृहमंत्री ने साइबर फॉरेंसिक लैब, मेमोरी फोरेंसिक लैब, इमेज एन्हांसमेंट लैब, नेटवर्क फॉरेंसिक लैब, मालवेयर फॉरेंसिक लैब, क्रिप्टोकरेंसी फोरेंसिक लैब, डैमेज हार्ड डिस्क और आधुनिक मोबाइल फोरेंसिक लैब का दौरा कर उनकी कार्यप्रणाली को भी देखा। इसी दौरान गृहमंत्री ने कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल और इंस्पेक्टरों के लिए 56 नवनिर्मित पुलिस क्वार्टरों का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में गृह मंत्री ने साइबर जागरूकता के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले 15 स्कूल शिक्षकों को भी सम्मानित किया। वहीं उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अपने संबोधन के दौरान साइबर अपराध की जांच के लिए अतिआधुनिक साइबर सुविधा स्थापित करने के लिए दिल्ली पुलिस की सराहना की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए लंबे समय से एक समर्पित सेटअप की आवश्यकता थी और अब इस दिशा में बेहतर कार्य किया जा सकेगा।
राजनाथ ने किया साइबर क्राइम यूनिट का उद्घाटन
नई दिल्ली : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को द्वारका सेक्टर-16 सी में आइ4सी (इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर) और दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) अनिल बैजल और दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक समेत कई आला अधिकारी मौजूद रहे। उद्घाटन के अवसर पर राजनाथ सिंह ने कहा कि इससे देश में कानून का पालन कराने वाली एजंसियों के लिए साइबर अपराध से निपटना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया की जड़ें मजबूत करने में मदद मिलेगी। गृहमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि आई4सी का गठन राष्ट्रीय स्तर पर साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे के लिए 360 डिग्री रेस्पॉन्स का काम करेगा। इस पहल के साथ दिल्ली व अन्य राज्यों की पुलिस राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संगठन के साथ समन्वय बनाकर साइबर खतरों से निपटने में सक्षम होगी।