वन विभाग ने शनिवार की रात और रविवार सुबह तक ताबड़तोड़ छापा मारकर 80 से अधिक वन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। बिना रिकॉर्ड के लकड़ी रखने वाली आरा मशीनों पर भी छापा मारा गया। ऑपरेशन क्रैक ट्री एंड वाइल्ड लाइफ क्राइम के तहत चले इस अभियान में विभाग के 5 हजार अधिकारियों व कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
इसे वन विभाग के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। विभागाध्यक्ष पवन कुमार ने एक खास रणनीति के तहत शनिवार रात आठ बजे से रविवार सुबह 8 बजे तक इस अभियान को चलवाया। इसमें डॉग स्क्वायड और टाइगर फोर्स के जवानों ने भी भाग लिया।
इस दौरान भारी संख्या में तोते, खरगोश और लकड़ी बरामद की गई। पवन कुमार ने खुद भी लखनऊ से बाराबंकी, फैजाबाद, बस्ती, संतकबीरनगर, सिद्धार्थ नगर और गोरखपुर के फरेंदा व कैपियरगंज वन क्षेत्रों में सघन गश्त की।
यूपी में अवैध वन उत्पादों को ले जा रहे 44 ट्रक, 10 ट्रैक्टर-ट्रॉली, दो पिकअप और 10 साइकिलें जब्त की गईं। अनधिकृत तौर पर लकड़ी रखने पर 5 आरा मशीनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। आठ आढ़ और निजी परिसर में अनधिकृत तौर पर लकड़ी के लट्ठे मिलने पर 8 लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई। रामपुर और फिरोजबाद में करीब 90 प्लम हेडेड और रोज रिंग्ड, पैरा कीट्स जब्त किए गए।
इन जिलों से वन अपराधों में लिप्त अभियुक्त किए गए गिरफ्तार
शाहजहांपुर, रामपुर, इलाहाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, बाराबंकी, गोरखपुर, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत, कौशाम्बी, सौहागीबरवा, देवरिया, जालौन, गाजीपुर, सिद्धार्थनगर, मिर्जापुर, कुशीनगर, कासगंज, झांसी, हाथरस, लखनऊ और आजमगढ़ समेत तमाम जिलों में वन अपराधों में लिप्त 80 से ज्यादा अभियुक्त गिरफ्तार किए गए। इस कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने 12 घंटे के भीतर करीब एक लाख किलोमीटर की दूरी वाहनों से और पैदल तय की।