सिर्फ सेना ही इनका माकूल और मुकम्मल इलाज
लखनऊ : पाकिस्तान हमारी इसी कमजोरी का निरंतर लाभ लेता रहा है, आगे भी लेता रहेगा। इस्लाम अगर कश्मीर के बीच न आता और कि विभिन्न सरकारें मुस्लिम समाज के दंगाई तत्वों से न डरतीं, सेक्यूलर फोर्सेज के ब्लैकमेल के आगे न झुकतीं तो कश्मीर ही नहीं पूरे देश में आतंकवाद का नामोनिशान नहीं होता। मुस्लिम तुष्टिकरण की जगह, सेक्यूलर फोर्सेज की ब्लैकमेलिंग से मुक्त हो कर अमरीका, फ़्रांस, चीन, इजरायल आदि देशों की तरह इन देशद्रोही ताकतों से सिर्फ और सिर्फ गोली से पूरी निर्ममता से निपटना चाहिए। तय मानिए कि दो घंटे में देश आतंकवाद से मुक्त हो जाएगा। कैंसर और एड्स जैसी बीमारियों के साथ जितनी रियायत करेंगे, वह आप को उतना ही परेशान करेंगे।