ऋषिकेश : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जांबाजों को मौन श्रद्धांजलि दी। साथ ही घायल जवानों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इस दौरान अमर बलिदानियों की याद में कैंडल मार्च भी निकाला गया। मार्च में संस्थान के विद्यार्थियों के साथ ही फैकल्टी व चिकित्सक भी शामिल रहे। रविवार को संस्थान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों की आत्मा शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने इस तरह की घटनाओं को किसी भी देश व समाज की प्रगति में बाधक बताया। निदेशक एम्स प्रो. कांत ने इस घटना को देश, समाज व शहीद हुए सैन्य परिवारों के लिए गहरा आघात बताया।
उन्होंने कहा कि सैनिक देश की सीमाओं पर प्रतिकूल हालातों में भी हमारी रक्षा के लिए हरदम तैनात रहते हैं, तभी हम सुरक्षित हैं। ऐसी स्थिति में सभी का कर्तव्य है कि वह दुख की इस घड़ी में शहीदों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिवारों के साथ खड़े रहें। प्रो. कांत ने असुरक्षा के माहौल को देश की प्रगति में बाधक करार दिया व बताया कि स्वतंत्रता से पूर्व देश का एक बड़ा तबका गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहा था। मगर इसके बाद की हमारी प्रगति हमें सैनिकों द्वारा दिए गए सुरक्षा कवच से ही मिल पाई है। निदेशक एम्स ने कहा कि इस घटना के बाद से देशभर में शोक व आक्रोश व्याप्त है। ऐसे मौके पर एम्स संस्थान शहीद जवानों के परिवारों व सिक्योरिटी फोर्स के साथ है। उधर संस्थान के छात्र -छात्राओं, चिकित्सकों व फैकल्टी मेबरों ने कैंडल मार्च निकालकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर संस्थान के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. ब्रह्मप्रकाश, प्रो. बीना रवि, प्रो. मनोज गुप्ता, डॉ. बलराम, डॉ. विनोद, पीएस राणा आदि मौजूद थे।