देशभर के 140 शहरों में बनेंगे 400 केन्द्र, यूपी में 20,000 छात्र दे सकेंगे परीक्षा
लखनऊ : इंजीनियरिंग बीई/ बी.टेक कोर्स में प्रवेश के लिए कॉमेड के और यूनिगॉज प्रवेश परीक्षा का आयोजन 12 मई 2019 को किया जाएगा। 180 से अधिक संस्थान और 21 विश्वविद्यालय कॉमेड के और यूनिगॉज के स्कोर को स्वीकार करते हैं। यह भारत में जेईई के बाद दूसरी सबसे बड़ी मल्टी-युनिवर्सिटी प्राइवेट इंजीनियरिंग परीक्षा बन चुकी है। प्राइवेट इंजीनियरिंग कालेजों/विश्वविद्यालयों के लिए एक परीक्षा की सरल अवधारणा के रूप में 4 साल पहले शुरू की गई इस परीक्षा में लगभग आधा मिलियन छात्र बैठ चुके हैं और बड़ी संख्या में छात्रों ने परीक्षा देकर जाने-माने इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश प्राप्त किया है। पिछले 4 सालों में यह परीक्षा 140 शहरों के 400 टेस्ट केन्द्रों तक विस्तारित हो चुकी है।
डॉ कुमार, कार्यकारी सचिव, कॉमेडके ने कहा, ‘कर्नाटक इंजीनियरिंग शिक्षा में अग्रणी रहा है और कॉमेडके राज्य के निजी कालेजों को एक ही मंच पर लाया है। कॉमेडके संस्थान पिछले 14 सालों से इंजीनियरिंग के महत्वाकांक्षी छात्रों की मदद कर रहे हैं।’ सभी उम्मीदवार जो वर्तमान में एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित 10 $2 / पी यु सी / कोई समकक्ष परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या पास कर चुके हैं, वे इस प्रवेश परीक्षा में हिस्सा ले सकते हैं। उम्मीदवारों को 19 अप्रैल 2019 से पहले वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। आवेदन और परीक्षा की पूरी प्रक्रिया आनलाईन होगी। आनलाईन परीक्षा और आवेदन की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत निर्देश वेबसाइट पर उपलब्ध है।
‘हम सभी राज्यों के ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों तक पहुंच कर उन्हें इस प्रतिष्ठित, निष्पक्ष प्रवेश परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं। परीक्षा में हिस्सा लेने वाले छात्रों को भारत के 21 निजी विश्वविद्यालयों और 200 कालेजों में कम से कम 40,000 इंजीनियरिंग सीटें उपलब्ध होंगी। जिससे छात्रों के लिए टेस्ट की संख्या कम हो जाएगी। छात्रों को जून/ जुलाई माह में बैंगलोर में सेंट्रलाइज़्ड काउन्सलिंग में हिस्सा लेना होगा, जिसके बाद वे कॉमेड के रैंक कार्ड पा सकते हैं। यूनिगॉज के आवदकों को अपने यूनिगॉज स्कोर कार्ड के साथ संबंधित विश्वविद्यालयों में सीधे आवेदन करना होगा और युनिवर्सिटी में काउन्सलिंग में हिस्सा लेना होगा।