जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए सर्वदलीय बैठक शनिवार को होगी. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. ज्म्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए हैं. यह बैठक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुलायी है और सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए आमंत्रण भेज दिया गया है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सभी पार्टियों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने का फैसला किया गया. इससे पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इस घटना के बारे में सभी पार्टियों को जानकारी देने के लिए एक बैठक बुलाई गई है ताकि पूरा देश इस मुद्दे पर एक स्वर में बात कर सके.
पुलवामा हमला: आधार कार्ड, बल की आईडी से पहचान हुई शहीद जवानों की
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को हुए आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के सभी 40 जवानों की पहचान उनके आधार कार्ड, आईडी कार्ड तथा कुछ अन्य सामानों के जरिए ही हो पाई. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि भीषण विस्फोट से जवानों से शव बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो गए थे, इसलिए उनकी शिनाख्त करना मुश्किल काम था.
इन शहीदों की पहचान आधार कार्ड, बल के आईडी कार्ड, पैन कार्ड अथवा उनकी जेबों या बैगों में रखे छुट्टी के आवेदनों से की जा सकी. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि कुछ शवों की शिनाख्त कलाइयों में बंधी घड़ियों अथवा उनके पर्स से हुई. ये सामान उनके सहयोगी ने पहचाने थे.
Delhi: Visuals from outside Palam airport. The mortal remains of some CRPF jawans are now being taken to their native places. #PulwamaTerrorAttack pic.twitter.com/w7qcIWtaSW
— ANI (@ANI) February 15, 2019
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि दी
अपने हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां शुक्रवार शाम को पुलवामा आतंकवादी हमले के 40 शहीदों के तिरंगे में लिपटे ताबूतों की परिक्रमा की और पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें पूरे देश की ओर से श्रद्धांजलि दी. उससे पहले इन शहीद जवानों के पार्थिव शरीर को लेकर वायुसेना का एक विशेष विमान शाम को पालम वायुसेना क्षेत्र पहुंचा था। इस मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मौजूद थे.
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के इन शहीदों के पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटे थे और उन पर फूल रखे गये. बल के अधिकारियों ने पुष्पचक्र चढ़ाकर एक एक कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. अधिकारियों के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सशस्त्र बलों की तीनों सेवाओं — सेना, वायुसेना और नौसेना के प्रमुखों, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण समेत मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्रियों ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बगल में खड़े कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनसे शहीदों को श्रद्धांजलि देने के वास्ते विनम्रता से रास्ता देने के लिए कहा. अधिकारियों के मुताबिक गणमान्य व्यक्तियों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित कर दिये जाने के बाद प्रधानमंत्री वहां आये. वह उस मंच पर पहुंचे जहां शहीदों के ताबूत रखे गये थे.
उन्होंने हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर ताबूतों की परिक्रमा की और कुछ देर तक मौन रखा. जम्मू कश्मीर में बृहस्पतिवार को हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे और पांच अन्य घायल हुए थे। जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने पुलवामा जिले में 100 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों से भरे एक वाहन को सुरक्षाबलों की बस से टकरा दिया था.