लखनऊ/कानपुर : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले को लेकर पूरा देश गुस्से में है। इसको लेकर शुक्रवार को जगह-जगह पाकिस्तान व आतंकियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया है। राजधानी लखनऊ में शिया समुदाय के लोगों ने जुमे की नमाज के बाद कल्बे जव्वाद के नेतृत्व में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन किया और पाकिस्तान का पुतला फूंका। कानपुर जनपद में मुस्लिम समाज ने इस कायरतापूर्ण हरकत की निंदा की है। मुस्लिम समाज द्वारा इसके विरोध में पाकिस्तान व आतंकवाद का पुतला दहन कर विरोध जताया गया। चकेरी के जाजमऊ इलाके में शुक्रवार को पुलवामा में शहीद जवानों के समर्थन में भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए। लोगों ने सड़क पर कर्नल बाजवा और पाकिस्तान का कड़ा विरोध किया। इस दौरान लोगों ने जमकर पाकिस्तान के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
मुस्लिम समाज का कहना है कि जिस तरह पुलवामा में हमारे सैनिकों के साथ यह नापाक हरकत की है, उससे पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा है। इस कायरतापूर्ण हरकत का शहर ही नहीं देश में रहने वाला मुस्लिम समुदाय कड़ी निंदा करता है। आंतकी हरकत से आग बबूला मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पाकिस्तान का पुतला फूंक कर विरोध जताया। पुलवामा में जवानों की शहादत पर फकर इकबाल का कहना है कि पुलवामा में हुए आतंकी हमले ने यह साबित कर दिया है कि पाकिस्तान आतंकवादियों का देश है। हमारी सरकार से मांग है कि पाकिस्तान को अब सबक सिखाये।
जम्मू कश्मीर में हुए हमले के विरोध में कानपुर की जनता में भारी आक्रोश है। इसको लेकर यशोदा नगर बाईपास पर एकत्र होकर भीड़ ने आतंकवाद व पाकिस्तान का पुतला फूंका। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने केन्द्र सरकार से कहा, अब जवानों की शहादत के बाद भी अगर सरकार की नींद नहीं टूटती है तो जनता सरकार की नींद तोड़ने का भी काम करेगी। भीड़ में शामिल युवाओं ने कहा कि अगर जवानों की शहादत का बदला नहीं लिया गया तो हम सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे।