शहीद सैनिकों के सम्मान में यूपी विधानसभा की कार्यवाही एक दिन के लिये स्थगित
लखनऊ। कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए सैनिकों के सम्मान में उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही एक दिन के लिये स्थगित कर दी गई। कार्यवाही स्थगित करने से पहले उपस्थित सदस्यों ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अब तक के यूपी विधानसभा इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब जवानों की शहादत का सम्मान करते हुए विधानसभा की कार्यवाही स्थगित की गई है। विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि पाकिस्तान स्वाभाविक एवं प्राकृतिक राष्ट्र नहीं है, और ना ही यह लोकतांत्रिक राष्ट्र है। इस देश में मानवता का कोई संस्कार भी नहीं है। पूरा का पूरा पाकिस्तान आतंकवाद की एक छावनी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह के कुकृत्य पाकिस्तान और पाकिस्तान पोषित आतंकवादी कर रहे हैं, उनको शीघ्र इसका परिणाम भी मिल जाएगा। नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा कि भारत वीरों का देश है। शहादत की यह घटना हम कभी नहीं भूलेंगे, लेकिन पूरा देश प्रधानमंत्री से यही आशा किए है कि इस दुस्साहस का परिणाम पाकिस्तान को जल्द से जल्द मिले।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि पूरा देश इस समय शोकाकुल है। हमारी सरकार सभी शहीद परिवारों के साथ संकट की हर घड़ी में खड़ी रहेगी। सरकार की तरफ से उन्होंने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश के जो एक दर्जन जवान इस हमले में शहीद हुए हैं, उन सभी शहीदों के परिजनों को राज्य सरकार 25 लाख रुपए की सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी। शहीदों की शहादत के एवज में उनके गांव के मार्ग उनके नाम पर रखा जायेगा तथा गांव के प्रवेश द्वार पर एक गेट बनेगा, जहां उनकी प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। सभी दलों ने इसका समर्थन किया।