लखनऊ : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में कल हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 42 जवानो के मारे जाने एंव बड़ी संख्या में जवानो के घायल होने के विरोध में एवं शहीदों को नमन करने, उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लखनऊ जर्नलिस्ट एसोसिएशन से जुड़े पत्रकार सदस्यों एवं वरिष्ठ पत्रकारों ने शुक्रवार को लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर जीपीओ पार्क में गांधी प्रतिमा के नीचे बांहों पर मौन प्रदर्शन किया। एसोसिएशन के अध्यक्ष आलोक कुमार त्रिपाठी ने कहा कि ये कैसी हास्यास्पद बात है कि देश के लिए शहीद होने वाले अर्द्ध सैनिक बलों के जवानों को शहीद का दर्जा नही मिलता है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रदर्शन के दौरान मरने वालों तक को एक करोड़ का मुआवजा देने में कई राज्य सरकारें आगे रहती हैं परन्तु यूपी के शहीद होने वाले जवानो के परिजनो को 25 लाख रूपये देने की घोषणा की गयी है जो कि शहीदों के परिवार के प्रति अन्याय है।
पुलवामा के कायराना आतंकी हमले में मारे गये जवानो के परिजनो को भी एक करोड़ रूपये दिए जाएं। इस अवसर पर राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त एसोसिएशन के सदस्यों ने भी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और हाथों में ‘शहीदों का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान’ लिखी तख्तियां लेकर दोषी हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। शहीदों को श्रद्धांजलि देने वालों में आलोक कुमार त्रिपाठी के अलावा वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन, प्रभात त्रिपाठी, मुकुल मिश्रा, उमाशंकर त्रिपाठी, एपी दीवान एंव एलजेए से जुड़े पत्रकार रूपेंद्र उपाध्याय, विजय आनंद वर्मा, संजय कुमार पांडेय, उमेश मिश्रा, अर्जुन दिर्वेदी, रंजीत, रवि शर्मा, आदित्य यादव, दिनेश रावत, देवेंद्र श्रीवास्तव एवं इनाम खान, सुनील कुमार पांडेय, जुनैद खान व सुहैल मारूफ आदि शामिल थे। शहीदों के सम्मान में पत्रकारों ने दो मिनट का मौन भी रखा।