दिल्ली लाया जायेगा शहीदों के शव, पीएम समेत वरिष्ठ सदस्य देंगे श्रद्धांजलि
जम्मू : पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले के विरोध में जहां एक ओर जम्मू संभाग में विभिन्न राजनीतिक, व्यवसायिक व सामाजिक संगठनों ने जम्मू बंद की अपील दी है, वहीं कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। हालात बिगड़ने की आशंका के चलते व सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन ने राज्यभर में मोबाइल, इंटरनेट सेवा स्थगित कर दी है। इस बीच केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह भी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंचे। राज्य पुलिस के डीजीपी सहित विभिन्न प्रशासनिक अधिकारी श्रीनगर के लिए रवाना हो गए हैं। गृहमंत्री श्रीनगर पहुंच पुलवामा हमले की जानकारी व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बैठक की। इस बैठक में सेना, पुलिस, सीआरपीएफ सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के पदाधिकारी भाग लिया।
पुलवामा हमले के बाद राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। सीमा पर भी हाई अलर्ट कर दिया गया है। हमले में शहीद हुए जवानों के शव को राजकीय सम्मान के साथ दिल्ली लाया जायेगा जहां पीएम मोदी और मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य विनम्र श्रद्धांजलिं देंगे। इस बीच, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले की कड़ी निन्दा करते हुए जान गंवाने वाले बहादुर सैनिकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। उन्होंने हमले में घायल हुए सभी जवानों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की है। उल्लेखनीय है कि 18 सितम्बर 2016 में उरी हमले के बाद यह सबसे बड़ा हमला है। उरी हमले में 18 जवान शहीद हुए थे, जबकि इस हमले में 44 जवान शहीद हुए हैं और 36 घायल हैं।