जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपोरा इलाके में आतंकवादियों ने गुरुवार को सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाते हुए हमला किया जिसमे कम से कम 44 जवान शहीद हो गए हैं. तबाही का ऐसा खौफनाक मंजर देख स्थानीय निवासियों का खून जम गया.
यह आतंकवादी घटना यहां से 20 किलोमीटर दूर हुई. घटना में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक इतना शक्तिशाली था कि उसकी आवाज 10-12 किलोमीटर दूर, यहां तक कि पुलवामा से जुड़े श्रीनगर के कुछ इलाकों तक भी सुनाई दी. स्थानीय निवासियों ने बताया कि घटना में शहीद हुए जवानों के क्षत-विक्षत शव जम्मू कश्मीर राजमार्ग में बिखर गए. कुछ शवों की हालत तो इतनी खराब है कि उनकी शिनाख्त में काफी वक्त भी लग सकता है. विस्फोट की आवाज सुनाई देते ही लोग यहां वहां भागने लगे. घटनास्थल से 300 मीटर से भी कम दूरी पर स्थित लेथपुर बाजार के दुकानवाले अपनी अपनी दुकानों के शटर गिरा कर भाग गए.
पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) ने इस नृशंस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है और आत्मघाती हमलावर का एक वीडियो जारी किया है जिसे हमले से पहले शूट किया गया था. हमलावर की पहचान कमांडर आदिल अहमद दार के रूप में हुई है.
गौरतलब है कि केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे. इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे. तभी एक आत्मघाती आतंकवादी ने विस्फोटक से भरी अपनी कार जवानों की बस से भिड़ा दी. इस बस में 39-44 के बीच जवान सवार थे.
पुलिस सूत्रों ने कहा है कि एसयूवी चला रहे आत्मघाती हमलावर ने अपरान्ह करीब सवा तीन बजे अपने वाहन से सीआरपीएफ की बस में टक्कर मारी, जिससे बहरा कर देने वाला विस्फोट हुआ. हमला इतना जबरदस्त था कि सीआरपीएफ बस के परखच्चे उड़ गए. एक रिपोर्ट में कहा गया कि एसयूवी 200 किलो विस्फोटक से भरी हुई थी, जिसमें संभवत: आरडीएक्स भी हो सकता है.
आतंकवादियों ने जिस स्थान पर घटना को अंजाम दिया है वह लाथपोरा के कमांडो ट्रेनिंग सेंटर से ज्यादा दूर नहीं है. यहां पर 31 दिसंबर 2017 को आतंकवादियों ने हमला किया था. इसमें सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे. पुलवामा अटैक के बाद दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
उधर, पुलवामा अटैक के बाद दक्षिण कश्मीर में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. कैबिनेट की सुरक्षा समिति की कल बैठक होनी है. कल देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह कश्मीर का दौरा करेंगे. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम भी कल अवंतिपुरा जाएगी और जम्मू पुलिस की मदद करेगी.