लखनऊ : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार शाम अपनी पत्रकार वार्ता जिन राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा करनी थी, उसे पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के जवानों शहीद होने के कारण टाल दिया। उन्होंने शहीदों के परिजनों के प्रति अपनी संवदेना व्यक्त की। प्रियंका ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में मीडियाकर्मियों से कहा कि कहा कि ये कार्यक्रम राजनैतिक चर्चा के लिए रखा गया था,लेकिन पुलवामा की घटना के बाद ऐसा करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में हर देशवासी शहीद के परिवारों के साथ है। वे हौसला बना कर रखें। कंधे से कंधे मिलाकर उनका साथ दिया जाएग। सरकार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए। इसके बाद उन्होंने सभी शहीदों की आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा।
योगी ने व्यक्त की गहरी संवेदना
उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक जताया है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुआ आतंकी हमला अत्यंत कायराना एवं निन्दनीय है। हादसे में शहीद हुए जवानों के प्रति गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हैं। इस दुःख की घड़ी में भारत को एकता दिखाने की आवश्यकता है। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार शाम हुए एक बड़े आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 30 जवान शहीद हो गए हैं। शहीद जवानों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। उरी में सितम्बर 2016 में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में यह सुरक्षाबलों पर अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है। श्रीनगर-जम्मू हाइवे पर स्थित अवंतिपोरा इलाके में आतंकियों ने सीआरपीएफ के एक काफिले को निशाना बनाया। इस हमले के बाद दक्षिण कश्मीर के कई इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अलर्ट जारी किए गए हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।