डिप्टी सीएम बोले, जवाब सुनने को तैयार नहीं, सिर्फ बाधित कर रहे सदन
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और उच्य सदन के नेता डॉ दिनेश शर्मा ने सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर कहा कि सदन में चर्चा ना हो सके इसलिए विपक्ष की ओर से कार्यवाही बाधित की जा रही। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने उच्य सदन में अराजकता का वातावरण बनाने का काम किया है। सदन में विपक्षी सदस्यों के जोरदार हंगामे के आगे सत्ता पक्ष अपना पक्ष नहीं रख सका, उसके बाद उच्य सदन के नेता सेंट्रल हाल में आकर मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा। बता दें कि मंगलवार को विपक्ष के सदस्य ने पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र के हाथ से कागज छीनकर फाड़ दिया था। शर्मा ने आरोप लगाया कि सपा, बसपा, कांग्रेस तीनों सदन बाधित कर रहे। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्रीय हमारे अध्यक्ष अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। शोरगुल में तमाम अपशब्दों का भी प्रयोग सदन में हुआ।
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार किसी को कानून व्यवस्था हाथ में लेने का अधिकार नहीं देती। प्रयागराज में आयोजित भव्य कुंभ की सुव्यस्थाओं को देखा नहीं जा रहा। अब तक 15 करोड़ से ज्यादा लोग कुंभ में स्नान कर कर जा चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को प्रशासन द्वारा प्रयागराज न जाने देने के विषय ने शर्मा ने सदन को बताया कि प्रयागराज विश्वविद्यालय की परामर्शदात्री समिति ने निर्णय लिया था कि वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ के कार्यक्रम में न जायें। इसकी सूचना पूर्व मुख्यमंत्री के निजी सचिव को भी दी जा चुकी थी।आप दर्शन पूजन स्नान करने के लिए जाइए कोई नहीं रोकता है। समाजवादी पार्टी के लोगों ने शहर के सबसे मुख्य स्थान बालसन चौराहे पर जाम लगा कर पुलिस पर पथराव किया गया। एक प्रदर्शनकारी ने दरोगा के गाल पर चांटा मारा। सपाइयों द्वारा कानून को हाथ में लेने से रोकने पर आप सरकार की आलोचना कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में एक ही दल का व्यक्ति नहीं जीता था दूसरे दलों के लोग भी जीते थे।
शर्मा विपक्ष को खास कर समाजवादी पार्टी के सदस्यों को बताते हुए कहा कि आपने अपने शासनकाल में मुख्यमंत्री (आदित्यनाथ) जो उस समय सांसद थे तब उसी विश्विद्यालय कब छात्रसंघ के कार्यक्रम में जाने से रोक दिया था।जब आओ को रोका गया तो आज आप कानून की गुहार लगा कर प्रदेश भर में अराजकता का माहौल फैला रहे हैं। चुनावी ढकोसला करने वाला विपक्ष सदन ना चले, सरकार की बात सामने ना आए इसलिए सदन बाधित कर रहा है।इस तरह की संस्कृत करने में पूर्व सत्ताधारी दल को महारत हासिल है। आप नियमों का पालन करिए सदन को कानून के अनुसार चलने में सहयोग करें। ये हमारा अनुरोध भी है और हम शासन के कर्तव्य को याद दिला रहे हैं।